इस पुलिसकर्मी की हर तरफ हो रही तारीफ, यू-ट्यूब की कमाई दीवाली पर गरीबों में बांटी
हरिशंकर ने बताया कि यू-ट्यूब से पैसे मिलने के बाद सबसे पहले खल्लारी गांव पहुंचे तथा दिव्यांग मंगल सिंह यादव को दीवाली मनाने के लिए दस हजार रुपये सौंपे। इसी तरह चलने में असमर्थ बुजुर्ग तथा एक दिव्यांग युवक को एक-एक हजार रुपये दिए।
मृगेंद्र पांडेय, रायपुर। आम लोगों के जेहन में पुलिस की छवि भले ही जो हो, महासमुंद के पुलिस कांस्टेबल हरिशंकर नायक का दिल सेवा के लिए धड़कता है। यू-ट्यूब चैनल से हुई 24 हजार रुपये की पहली आमदनी को उन्होंने दिव्यांगों और गरीबों की दीवाली रोशन करने के लिए बांट दिए तो हर वर्दीधारी गौरवान्वित महसूस करने लगा। पुलिस बिरादरी का मान बढ़ाने वाला उनका काम डीजीपी और मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर हरिशंकर की कहानी पोस्ट की तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने री-ट्वीट करके कहा कि यही सोच पुलिस की छवि को निखारती है। डीजीपी डीएम अवस्थी ने हरिशंकर को इंद्रधनुष योजना के तहत विशेष रूप से सम्मानित कर उनके काम को विभाग का मान बढ़ाने वाला बताया।
दो साल पहले बनाया था यू-ट्यूब चैनल, धार्मिक और बच्चों के लिए प्रेरक वीडियो किए पोस्ट
महासमुंद पुलिस में पेट्रोलिंग ड्यूटी में तैनात जवान हरिशंकर ने कोरोना संकट के बाद पहली दीपावली में गरीबों के घर दीये जलाने के लिए पहल की। उन्होंने दो साल पहले यू-ट्यूब चैनल बनाया था जिसमें धर्म, संस्कृति और बच्चों के लिए प्रेरक वीडियो पोस्ट करते रहे हैं। महासमुंद के बागबाहरा के चंडी माता मंदिर में प्रसाद खाने रोजाना जंगल से आने वाले भालुओं का उनका पोस्ट 30 लाखों लोग देख चुक हैं। 95 वर्ष की बुर्जुग महिला द्वारा पूजन स्थान की सेवा का वीडियो भी सात लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। एक महीना पहले यू-ट्यूब ने हरिशंकर को 24 हजार पये का पहला भुगतान किया तो उन्होंने दूसरों की दीपावली को रोशन करने पर ही उसे खर्च करने का फैसला लिया।
पुलिसकर्मी हरिशंकर नायक का मैं अभिनंदन करता हूं।
इसी तरह की सोच पुलिस की छवि को निखारती है। https://t.co/xEvYX0a4wP" rel="nofollow— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 12, 2020
हरिशंकर ने बताया कि यू-ट्यूब से पैसे मिलने के बाद सबसे पहले खल्लारी गांव पहुंचे तथा आंखों से दिव्यांग मंगल सिंह यादव को दीवाली मनाने के लिए दस हजार रुपये सौंपे तो वह खुशी से उछलने लगे। इसी तरह चलने में असमर्थ बुजुर्ग तथा सड़क किनारे पड़े एक दिव्यांग युवक को एक-एक हजार रुपये दिए। हरिशंकर ने जब युवक से पूछा कि इन पैसों का क्या करोगे, तो उसने कहा कि चावल दाल खरीदूंगा। इसी तरह उन्होंने पूरे पैसे अलग-अलग लोगों में बांट दिए।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा-यही सोच निखारती है पुलिस की छवि
छत्तीगसढ़ पुलिस ने अपने ट्विटर पर हरिशंकर की कहानी पोस्ट की। इसमें लिखा-एक तरफ जहां लोग अपने घरों को संवारने में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सहायता करके एक मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे री-ट्वीट करके कहा कि यही सोच पुलिस की छवि को निखारती है।