कैमरे लगे हैलमेट से अपराध को अंजाम देने वाले चेहरों की पहचान कर सकेगी पुलिस
जिस भी पुलिसकर्मी के सिर पर ये हैलमेट लगे होंगे उनके कैमरे में पूरी रिकॉर्डिंग होती रहेगी। ये कैमरे 100 मीटर दूरी तरह की रिकार्डिंग कर सकेंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। अब भीड़ का फायदा उठाकर अपराध को अंजाम देने वाले चेहरों को पुलिस जल्द बेनकाब कर सकेगी। असली अपराधी तक जल्द पहुंचने के लिए पुलिस ने कैमरेयुक्त हैलमेट तैयार कराए हैं ये हैलमेट पुलिस थानों में भेजे जाएंगे। शुरुआत में गोतस्करी और नकबजनी के लिए कुख्यात अलवर में ये हैलमेट भेजे गए हैं। इन हैलमेट पर लगे कैमरों में अपराधियों की पहचान हो सकेगी।
ये कैमरे 100 मीटर दूरी तरह की रिकार्डिंग कर सकते हैं
हैलमेट के अंदर एक बटन लगा हुआ है,वहीं कैमरा सामने की तरफ लगा हुआ है। जिस भी पुलिसकर्मी के सिर पर ये हैलमेट लगे होंगे उनके कैमरे में पूरी रिकॉर्डिंग होती रहेगी। ये कैमरे 100 मीटर दूरी तरह की रिकार्डिंग कर सकेंगे।
उपद्रव के दौरान आसानी से नियंत्रण पाया जा सकेगा
किसी भी उपद्रव के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर पत्थरबाजी एवं आगजनी करने वालों पर इनके माध्यम से आसानी से नियंत्रण पाया जा सकेगा।
डीजीपी ने दिए सभी जिलों में कैमरे युक्त हैलमेट, बुलेटप्रूफ जैकेट भेजने के निर्देश
पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव ने सभी जिलों में कैमरे युक्त हैलमेट के साथ ही बुलेटप्रूफ जैकेट भी पर्याप्त मात्रा में भेजने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस थानों में स्वागत कक्ष
उधर पुलिस थानों में आम लोगों को बेहतर अनुभव कराने के लिहाज से सरकार ने स्वागत कक्ष बनाने को लेकर 441 लाख रुपए आवंटित किए हैं। अब तक 398 पुलिस थानों में स्वागत कक्ष बनाए जा चुके हैं,वहीं 317 में निर्माण कार्य जारी है।
457 पुलिस थानों में स्वागत कक्ष बनाए जाएंगे
संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि 398 स्वागत कक्षों में से 135 विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कोष, 91 जन सहभागिता, 66 स्टेट प्लान, 48 सीएसआर, 17 पंचायत राज संस्थाओं, 14 नगरपालिकाओं, 10 मनरेगा, 9 नगर विकास न्यास, 4 जिला कलक्टर के अनटाइड फण्ड एवं 4 राज्य वित्त आयोग के अंतर्गत स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 457 पुलिस थानों में स्वागत कक्ष आगामी दिनों में बनाए जाएंगे।