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बड़े कारोबारी बैंकों को ऐसे लगाते हैं चूना, जितना माल्या लेकर भागा;उससे ज्यादा ज्वेलरों ने डकारा

नीरव मोदी के मामले से गड़बड़ी की जानकारी मिली। पीएनबी का कहना है कि बहुत जल्द ही वो मामले की तह तक पहुंच जाएंगे।

By Lalit RaiEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 05:11 PM (IST)Updated: Thu, 15 Feb 2018 06:00 PM (IST)
बड़े कारोबारी बैंकों को ऐसे लगाते हैं चूना, जितना माल्या लेकर भागा;उससे ज्यादा ज्वेलरों ने डकारा
बड़े कारोबारी बैंकों को ऐसे लगाते हैं चूना, जितना माल्या लेकर भागा;उससे ज्यादा ज्वेलरों ने डकारा

नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। जनवरी के महीने में यूपी के सीतापुर से एक ऐसी खबर आई जो दिल को दहला गई। एक किसान को जान से सिर्फ इसलिए हाथ धोना पड़ा क्योंकि वो कर्ज की कुछ इएमआइ नहीं चुका पाया था।रिकवरी एजेंट उसके खेत पर जाते हैं, वादविवाद होता है लेकिन रिकवरी एजेंट उस किसान की बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है। नतीजा ये होता है कि जो ट्रैक्टर किसान के जीने की उम्मीद है वहीं कातिलों के लिए हथियार बन जाता है। लेकिन हीरा कारोबारी नीरव मोदी, शराब के बड़े कारोबारी विजय माल्या बैंकों को हजारों करोड़ों का चूना लगाते हैं और नियम कानून की मदद से फिलहाल बचते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन यहां पर हम सबसे पहले बात करेंगे हीरा कारोबारी नीरव मोदी की।

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फोर्ब्स की सूची में जब इस शख्स (नीरव मोदी) का नाम आया तो भारत के लिए गर्व करने की वजह थी। लेकिन अब जब उनके द्वारा पीएनबी को चूना लगाने का मामला सामने आया है तो शर्मसार होने की वजह भी है। ये बहस का मुद्दा हो सकता है कि किसकी खामी से ये सब कुछ हुआ लेकिन सच अब सामने है कि उन्होंने 11 हजार करोड़ का घोटाला कर बैंकिंग सिस्टम में खामियों का सामने ला कर रख दिया। पीएनबी के सीएमडी कह रहे हैं कि वो बहुत जल्द ही इस मामले की तह तक जाएंगे। इस सिलसिले में 10 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।

पीएनबी में देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने जानकारी दी कि उसके मुंबई स्थित एक शाखा में 1.77 अरब डॉलर (11,346 करोड़ रुपये) का घोटाला हुआ है। घोटाले के तार भी रत्न व आभूषण के प्रसिद्ध कारोबारी नीरव मोदी से जुड़े हुए हैं, जिनके खिलाफ पीएनबी ने एक पखवाड़े पहले 280 करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप लगाते हुए जांच सीबीआइ को सौंपी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर नीरव मोदी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

पीएनबी ने बुधवार सुबह अपनी एक शाखा में हुई इस धांधली के बारे में शेयर बाजार को जानकारी दी। बैंक के अनुसार, उसने मुंबई स्थित अपनी एक शाखा में कुछ गड़बड़ी दर्ज की है। कुछ खाताधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए लेनदेन किए गए। इन लेनदेनों के आधार पर ग्राहकों को दूसरे बैंकों ने विदेशों में कर्ज दिए हैं। पीएनबी की सूचना से वित्त मंत्रालय और पूरे बैंकिंग क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। वित्त मंत्रालय ने पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।

हालांकि मंत्रालय के बैंकिंग विभाग में संयुक्त सचिव लोक रंजन के मुताबिक, ‘यह बड़ा मामला नहीं है और ऐसी स्थिति नहीं है, जिसे कहा जाए कि हालात काबू में नहीं है।’ वहीं मंत्रालय के अन्य अधिकारी इस बात से चिंतित है कि इसके तार कुछ दूसरे सरकारी बैंकों से भी जुड़े हुए हैं। यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक और निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने भी पीएनबी की तरफ से गड़बडी करने वाले खाताधारकों को जारी आशय पत्र (एलओयू) के आधार पर कर्ज दिए हैं। ऐसे में जांच के दायरे मे ये बैंक भी आएंगे। एलओयू एक बैंक शाखा की तरफ से दूसरे बैंक शाखा को जारी एक ऐसा प्रपत्र है, जिसके आधार पर दूसरे जगह की बैंक शाखा उस ग्राहक को कर्ज की सुविधा देती है।

नीरव मोदी केस से खुली परतें

लेकिन हाल ही में नीरव मोदी की कंपनी ने कर्ज का भुगतान नहीं किया। इसके पीछे की कहानी यह बताई जा रही है कि गड़बड़ी में शामिल पीएनबी के अधिकारियों ने ज्यादा मार्जिन मनी की मांग की। मोदी ने इसे देने से मना कर दिया, इसके जवाब में उसे पीएनबी की तरफ से एलओयू जारी नहीं किया गया। इस तरह से वर्षों से चल रहा यह चक्र टूट गया। ऐसे में एक विदेशी बैंक ने हांगकांग की नियामक एजेंसी के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक को सूचना भेज दी।

गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र भी जांच के घेरे में

पीएनबी में धोखाधड़ी सामने आने के बाद देश की प्रमुख ज्वैलरी कंपनी गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र भी सरकारी एजेंसियों की जांच के घेरे में आ गई हैं। एक सरकारी बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन चारों कंपनियों की सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की है। इन कंपनियों की ओर से कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है। अधिकारियों के अनुसार सेबी भी बैंक और ज्वैलरी कंपनियों की जांच शुरू कर सकता है।

 

जानें कौन हैं घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी

इस घोटाले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी गुजरात के हीरा कारोबारी हैं। हालांकि, उनका जन्म दुनिया के डायमंड कैपिटल माने जाने वाले एंटवर्प (बेल्जियम) में हुआ था। देश-विदेश में उनके कई शो रूम हैं और वे 'नीरव मोदी' ब्रांड से ही अपना सामान बेचते हैं। जानकारी के मुताबिक, नीरव की नेटवर्थ 11,500 करोड़ रुपये है। यह भी जानकारी सामने आई है कि उनकी ज्वेलरी को केट विंसलेट, ताराजी हेन्सन, कार्ली क्लॉस और वायोला डेविस जैसी इंटरनेशनल और प्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा जैसी एक्ट्रेस और मॉडल ऑस्कर जैसे समारोह में पहन चुकी हैं।

विजय माल्या का  बैंकों के साथ फर्जीवाड़ा

61 वर्षीय भगोड़ा शराब कारोबारी भारत में अलग – अलग बैंकों से 9 हजार करोड़ का कर्ज लेकर पहले ही फरार हैं। इस मामले में भारत सरकार शराब कारोबारी माल्या के प्रत्यर्पण में ब्रिटेन की सहायता मांग चुकी है। माल्या मार्च 2016 से ही भारत से फरार हैं वो ब्रिटेन में रह रहे हैं। 18 अप्रैल को उसे स्कॉटलैंड यार्ड ने प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार किया था, अभी वो जमानत पर बाहर हैं।

भारत को भी प्रत्यथर्पण की उम्मीद

बीओसी एविएशन के मामले में माल्या को लगे झटके से यहां भारत में भी उम्मीद जगी है। आगामी 16 मार्च को माल्या के प्रत्य र्पण पर लंदन की स्थापनीय अदालत को आखिरी सुनवाई होनी है। हालांकि मामले में कोर्ट का फैसला मई में आएगा। फिलहाल विजय माल्याह 650,000 पाउंड (5 करोड़ 78 लाख रुपये) की जमानत पर जेल से बाहर हैं। माल्या यह जमानत 2 अप्रैल को खत्म होगी।

बैंकों के 9000 करोड़ रुपये लेकर फरार हुए माल्या के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार ने लंदन की कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। भारत सरकार की अपील पर ही लंदन पुलिस ने पिछले साल अप्रैल में माल्या। को गिरफ्तार भी किया था, बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।


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