PMO को मिली शिकायत, इस कंपनी ने किए थे सुरेश प्रभु और अन्य के फोन टेप
एस्सार कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि एस्सार ग्रुप ने 2001-2006 तक कई राजनेताओं सहित वीआईपी लोगों के फोन टेप किए थे।
नई दिल्ली। स्टील, ऊर्जा, शक्ति, संचार, नौवहन बंदरगाहों सहित कई बड़ी परियोजनाओं में निवेश करने वाले एस्सार ग्रुप पर 2001 से 2006 के दौरान कई बड़े नेताओं सहित दिग्गज हस्तियों के फोन टेप करने का आरोप लगा है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर की मुताबिक, जिन लोगों के फोन टेप होने की शिकायत पीएमओ से की गई है उनमें कैबिनेट कई मंत्री, प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी और कई ब्यूरोक्रेट्स के नाम शामिल है।
इस रिकार्डेड बातचीत में दावा किया जा रहा है कि किस तरह सत्ता के गलियारों और उद्योग घरानों में आपसी गठजोड़ था। इस रिकार्डिंग के बारे में पीएमओ से शिकायत करने वाले शख्स का नाम सुरेन उप्पल है जो दिल्ली में रहते हैं और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं। सुरेन उप्पल ने इस बारे में 1 जून 2016 को पीएमओ से शिकायत की है। उप्पल का दावा है कि यह जानकारी उन्हें एस्सार ग्रुप के उस कर्मचारी से मिली है जिसने यह कॉल टेप किए थे।
पढ़ें- जूदेव टेप कांड में अमित जोगी समेत सभी आरोपी बरी
शिकायत के अनुसार जिन लोगों के फोन टेप किए गये उनमें उसमें मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल, राम नाइक, रिलाइंस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी, प्रमोद महाजन और अमर सिंह के नाम शामिल हैं। इन लोगों अलावा जिन अन्य लोगों के नाम इस सूची में शामिल हैं उनमें मौजूदा गृह सचिव राजीव महर्षि, आईडीबीआई के चेयरमैन पीपी वोहरा, आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ केवी कामथ और पूर्व ICICI बैंक के ही पूर्व संयुक्त प्रबंध निदेशक ललिता गुप्ते के नाम भी हैं। इस सूची में कई अन्य नामों का भी जिक्र है जिनमें तत्कालीन पीएमओ के अधिकारी ब्रजेश मिश्रा और एन के सिंह, नेताओं में राम नाइक, किरीट सौमेया, जसवंत सिंह, पीयूष गोयल, सुधांशु मित्तल एवं सहारा प्रमुख सुब्रतो रॉय और फिल्मस्टार अमिताभ बच्चन शामिल हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह शिकायत ऐसे समय पर आई है जब सुप्रीम कोर्ट में ही एस्सार ग्रुप के खिलाफ एक जनहित याचिका द्वारा उठाया गया मामला चल रहा है, जिसमें एस्सार के खिलाफ राजनेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और पत्रकारों के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए गठजोड़ के आरोप लगे हैं। दो महीने पहले ही उप्पल ने अपने मुवक्किल (एस्सार के पूर्व कर्मचारी, अलबासित खान) की तरफ से एस्सार ग्रुप के शीर्ष अधिकारियों को "कॉशन नोटिस" भेजा गया था। अलबासित खान ने दावा किया है वह उसकी निगरानी में ये फोन टेप किए गए थे।
पढ़ें- एस्सार व रुइया पर सीबीआइ कोर्ट में ही चलेगा मुकदमा
उप्पल ने जानकारी दी है कि, खान उस समय एस्सार ग्रुप में सिक्योरिटी प्रमुख था जब उसने यह इन फोन कॉल को इंटरसेप्ट किया था। खान ने दावा किया है यह यह निर्देश उसे प्रबंधन के शीर्ष नेतृत्व से मिला था। उप्पल का आरोप है कि 2001 में उसे अपने कार्य की जानकारी एस्सार के प्रशांत रुइया और रविकांत रुइया द्वारा दी गयी थी।