पिछड़े जिलों के डीएम को संबोधित करेंगे पीएम, तैयार होगी विकास की रणनीति
नीति आयोग की ओर से आयोजित किए गए इस सम्मेलन को 'कान्फ्रेंस ऑन ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ आस्पिरेशनल डिस्टि्रक्ट्स' नाम दिया गया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलों के कायापलट का बीड़ा उठाने के बाद सरकार अब इन जिलों के विकास की रणनीति बनाने में जुट गयी है। इसी दिशा में कदम उठाते हुए नीति आयोग ने इन जिलों के जिलाधिकारियों को दिल्ली बुलाकर एक दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
नीति आयोग की ओर से आयोजित किए गए इस सम्मेलन को 'कान्फ्रेंस ऑन ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ आस्पिरेशनल डिस्टि्रक्ट्स' नाम दिया गया है। बृहस्पतिवार को इस सम्मेलन के पहले दिन स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा पर चर्चा की गयी। इसके बाद जिलों में कृषि की स्थिति कैसे सुधारी जाए, इस बात पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही फाइनेंशियल इन्क्लूजन और कौशल विकास, बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के सृजन पर भी विचार विमर्श किया गया। वहीं वामपंथी अतिवाद से प्रभावित जिलों की स्थिति पर भी खास चर्चा की गयी।
दरअसल सरकार ने 100 से अधिक पिछड़े जिलों की पहचान की है। इन जिलों में विकास की योजना बनाने और उसे अमली जामा पहनाने के लिए केंद्र ने संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया है।
सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन के दूसरे शुक्रवार को प्रधानमंत्री इन जिलों से आए जिलाधिकारियों को संबोधित करेंगे। साथ ही पीएम की मौजूदगी में ये अधिकारी इन जिलों के विकास की रणनीति पेश करेंगे।
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