चीन में गांधी अध्ययन केंद्र का उद्घाटन करेंगे मोदी
कम्युनिस्ट चीन में पहले गांधी अध्ययन केंद्र का शुभारंभ अगले सप्ताह शंघाई की फुदन यूनिवर्सिटी में किया जाएगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मोदी अगले सप्ताह (14-16 मई) अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान यहां एक योग कॉलेज स्थापित करने की घोषणा भी करेंगे।
बीजिंग। कम्युनिस्ट चीन में पहले गांधी अध्ययन केंद्र का शुभारंभ अगले सप्ताह शंघाई की फुदन यूनिवर्सिटी में किया जाएगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मोदी अगले सप्ताह (14-16 मई) अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान यहां एक योग कॉलेज स्थापित करने की घोषणा भी करेंगे।
फुदन यूनिवर्सिटी में शुरू होने वाले इस गांधी अध्ययन केंद्र के कर्मचारियों की नियुक्ति भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर) की ओर से की जाएगी। इस यूनिवर्सिटी में इंडियन स्टडीज केंद्र पहले से मौजूद है, लेकिन गांधीवादी अध्ययन पर केंद्रित कोई सेंटर चीन में पहली बार स्थापित किया जा रहा है। चीनी भाषा में अभी तक गांधी के विचारों पर काफी कम किताबें प्रकाशित हुई हैं।
चीन की सोशल मीडिया सीना वीबो पर छाए मोदी
गांधी और उनके समकालीन रहे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के पूर्व चेयरमैन माओ त्से तुंग ने राष्ट्रीय आजादी के लिए एक-दूसरे से अलग विचारधाराएं प्रस्तुत कीं। जहां महात्मा गांधी अहिंसक संघर्ष की वकालत करते थे, वहीं माओ का दृढ विश्वास था कि, 'सत्ता बंदूक की नली से हासिल होती है।' चीन में गांधी के मुकाबले रबींद्रनाथ टैगोर और जवाहरलाल नेहरू ज्यादा प्रसिद्ध हैं। यहां वर्ष 2009 में हुए एक सर्वेक्षण में 60 सबसे ज्यादा प्रभावशाली विदेशी शख्सियतों में इन दोनों का नाम शुमार रहा था।
प्रधानमंत्री मोदी 14 से 16 मई को अपनी चीन यात्रा के दौरान यहां एक योग कॉलेज स्थापित करने की घोषणा भी करेंगे। पिछले कुछ वर्षो में चीन योग काफी लोकप्रिय हुआ है। यह कॉलेज चीन के युन्नान प्रांत की युन्नान मिंजो यूनिवर्सिटी में शुरू होगा।