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Coronavirus: पीएम मोदी ने ली समीक्षा बैठक, तेज हुई तैयारी, 52 टेस्टिंग सेंटर शुरू, लोकसभा की दर्शकदीर्घा बंद

Prime Minister Narendra Modi ने कोरोना वायरस (COVID 19) से बचाव को लेकर विभिन्न मंत्रालयों द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की समीक्षा की। जानिये बैठक में क्‍या फैसले लिए गए...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 06:37 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 11:27 PM (IST)
Coronavirus: पीएम मोदी ने ली समीक्षा बैठक, तेज हुई तैयारी, 52 टेस्टिंग सेंटर शुरू, लोकसभा की दर्शकदीर्घा बंद
Coronavirus: पीएम मोदी ने ली समीक्षा बैठक, तेज हुई तैयारी, 52 टेस्टिंग सेंटर शुरू, लोकसभा की दर्शकदीर्घा बंद

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद हालात को देखते हुए सरकार तेजी से कदम ब़़ढा रही है। पिछले हफ्ते तक देश में कोरोना की जांच के लिए केवल 15 टेस्टिंग सेंटर थे। अब 52 टेस्टिंग सेंटर को चालू कर दिया गया है। इसके अलावा सैंपल कलेक्शन के लिए अलग से 57 सेंटर खोले गए हैं। प्रधानमंत्री ने एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने संदिग्धों को आइसोलेट करने और मरीजों के इलाज का पुख्ता प्रबंध करने का निर्देश दिया है। उन्होंने निगरानी तंत्र को और अधिक चाक-चौबंद करने का निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना का प्रसार रोकने के लिए इससे संक्रमित होने की आशंका वाले हर व्यक्ति की निगरानी होनी चाहिए।

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दवाओं की कमी नहीं

समीक्षा बैठक के दौरान फार्मा विभाग के सचिव ने प्रधानमंत्री को बताया कि देश में दवाइयों की कोई कमी नहीं है और उनका पर्याप्त भंडार मौजूद है। यही नहीं, इन दवाइयों को बनाने के लिए जरूरी कच्चे माल (एपीआइ) की भी कमी नहीं है। कोरोना वायरस के कारण चीन से कच्चे माल का आयात रकने के कारण देश में देश में एपीआइ की कमी की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन फार्मा विभाग के सचिव ने फिलहाल इन आशंकाओं को खारिज कर दिया।

पीएम ने की अफवाहों से बचने की अपील

प्रधानमंत्री ने आम जनता से कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जरा सी भी आशंका की स्थिति में लोग तत्काल डाक्टर की सलाह लें और उनके सुझाव के अनुसार ही दवाएं लें।

अधिकारियों को निर्देश दिए

पीएमओ में हुई इस बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ईरान में फंसे भारतीयों को जल्‍द से जल्‍द निकालने की योजना बनाएं। उधर, केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय (Union Health Ministry) के विशेष सचिव संजीव कुमार (Sanjeeva Kumar) ने बताया कि देश में तीन नए मामलों की पुष्टि हुई है। इस तरह भारत में कारोना वायरस (COVID 19) से संक्रमित मरीजों की संख्‍या बढ़कर 34 हो गई है। दो मामले लद्दाख में सामने आए हैं। ये दोनों ही मरीज ईरान से भारत आए हैं जबकि एक मामला तमिलनाडु में पाया गया है। तमिलनाडु में जिस शख्‍स में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है वह ओमान से भारत आया था।

दुनिया में 100,000 से अधिक संक्रमित

बैठक में प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बीमारी फैलने की स्थिति में मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए पर्याप्‍त जगहों की पहचान कर लें। मालूम हो कि चीन में कोरोना वायरस से शनिवार को 28 और लोगों की मौत हो गई। इस तरह चीन में वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,070 पहुंच गई है। रिपोर्टों के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस से 100,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि चीन में अब नए मामलों में कमी देखी जा रही है। चीन में शनिवार को इस संक्रमण के 99 नए मामले सामने आए। 

ईरान से भारतीयों के सैंपल एम्स पहुंचे

ईरान में फंसे भारतीयों की जांच के लिए वहीं टेस्टिंग सेंटर भी शुरू करने का फैसला किया गया है। इसके लिए चार वैज्ञानिक ईरान पहुंच चुके हैं और 10 करोड़ के उपकरण भेजे गए हैं। टेस्टिंग सेंटर चालू में हो रही देरी के बीच ईरान से 108 भारतीयों के लार को विशेषष विमान से लाया गया और उन्हें एम्स स्थिति टेस्टिंग सेंटर में जांच के लिए भेजा गया है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें भारत लाया जाएगा। वायरस की पुष्टि होने पर ईरान में ही उन्हें इलाज दिया जाएगा। स्वस्थ लोगों को भारत भेजा जाएगा। इस बीच ईरान ने भारतीयों को जबरन वापस भेजे जाने की खबरों का खंडन किया है। दिल्ली में ईरान के दूतावास ने कहा कि वहां भारतीयों का स्वागत है।

लोकसभा की दर्शकदीर्घा बंद

होली के बाद बुधवार को संसद की कार्यवाही दोबारा शुरू होगी, लेकिन दर्शकों को इस कार्यवाही को देखने का अवसर नहीं मिलेगा। लोकसभा सचिवालय ने दर्शकों के लिए बनी विशेषष दीर्घा को बंद करने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि राज्यसभा सचिवालय भी जल्द ही ऐसा कदम उठा सकता है। संसद भवन को कोरोना वायरस से मुक्त रखने के लिए विशेषष सफाई अभियान भी चलाने का फैसला किया है। किसी वायरस के कारण दर्शकदीर्घा को बंद करने का यह पहला अवसर होगा।

कहां हुई चूक?

चीन में कोरोना वायरस के फैलने के बाद इसे भारत में घुसने से रोकने में प्रशासन काफी हद तक कामयाब रहा। चीन से केवल तीन लोग ही संक्रमित होकर भारत आ पाए और वे पूरी तरह ठीक भी हो गए। हालांकि निगरानी तंत्र दूसरे देशों के रास्ते होकर इसके आने की आशंका को भांपने में बुरी तरह विफल रहा। इटली, ईरान समेत कई देशों में पिछले एक हफ्ते में यह वायरस तेजी से फैला। जब तक सरकार संभलती तब तक देर हो चुकी थी और वायरस से पी‍ड़‍ित कई यात्री भारत में प्रवेश कर गए। इटली के आए 16 पर्यटक कोरोना वायरस से ग्रसित मिले और उनसे उनका भारतीय ड्राइवर भी संक्रमित हो गया। इसी तरह इटली से ही आए दिल्ली के व्यापारी ने खुद के साथ-साथ आगरा के अपने छह अन्य रिश्तेदारों को भी ग्रसित कर दिया। जाहिर है देश के भीतर कोरोना वायरस के ग्रसित होने के मामले अभी तक नौ ही मिले हैं, जबकि 28 व्यक्ति विदेश से ग्रसित होकर भारत आए थे, जिन्हें रोका जा सकता था।


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