जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विपक्ष के आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ कर दिया है कि उनके पास 140 करोड़ देशवासियों के भरोसे का सुरक्षा कवच है, जिसे गालियों और झूठे आरोपों से भेदा नहीं जा सकता है।

राष्ट्रपति के अभिभाषण के चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने विपक्ष को उसकी विफलता का आइना भी दिखाया और पिछले नौ सालों के दौरान अपनी सरकार में देश के वंचितों, दलितों, आदिवासियों, ओबीसी और मध्यमवर्ग के उत्थान के लिए किये गए कामों का ब्यौरा भी पेश किया।

पीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री ने शायरी के सहारे विपक्ष की खोखली जमीन और राष्ट्रपति के अभिभाषण में गिनाए गए सरकार की उपलब्धियों की मौन स्वीकृति देने के लिए कटाक्ष भी किया। एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से अडानी को मुद्दा बनाया गया था और आरोप लगाया गया था कि उन्हें सरकारी संरक्षण में बढ़ाया गया।

आत्मविश्वास में दिखे पीएम मोदी

बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले पूरे आत्मविश्वास में दिखे प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के आरोपों को सिरे खारिज करते हुए कहा कि मनगढ़ंत और झूठे आरोपों के सहारे उन्हें मात देने की विपक्ष की कोशिश कभी सफल नहीं होगी। उन्होंने अखबार की सुर्खियों और टीवी पर चमकते चेहरे से हासिल नहीं किया है।

गिनाई गई सरकार की उपलब्धियां

उनके अनुसार, देश के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए अपना जीवन खपा देने के बाद यह भरोसा हासिल किया है। उनकी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 11 करोड़ किसानों को सम्मान निधि, तीन करोड़ बेघरों को पक्का घर, नौ करोड़ को मुफ्त गैस चूल्हा, 11 करोड़ बहनों को शौचालय, 11 करोड़ घरों को नल से जल, दो करोड़ गरीबों को आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा देने का काम किया है।

पीएम के साथ भारतीय का प्यार

पीएम ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आपकी गालियों, आपके आरोपों को मोदी तक पहुंचने के लिए इन कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा, जिनको दशकों तक मुसीबतों में जिंदगी जीने के लिए मजबूर किया। 'प्रधानमंत्री के भाषण के बीच ही कांग्रेस ने एक बाहर वाकऑउट किया और थोड़ी ही देर में जब राहुल गांधी गांधी सदन पहुंचे तो कांग्रेस सदस्य फिर से आ गए, लेकिन इस बीच कांग्रेस सदस्य शशि थरूर लगातार बैठे रहे।

पीएम ने विपक्ष को दिखाया आइना

प्रधानमंत्री ने विपक्ष के झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाने की असली वजह चुनावों में बार-बार मिली हार के कारण उत्पन्न निराशा बताया। उन्होंने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को सरकार की रचनात्मक आलोचना में बुरी तरह विफल बताते हुए कहा कि 2004 से 2014 के बीच सत्ता में रहते हुए भी ये बुरी तरह विफल रहे थे और उस समय हर अवसर को आपदा में बदल दिया गया।

इन 10 सालों में देश की खास्ताहाल स्थिति बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान महंगाई दहाई के अंकों में रही, बेरोजगारी दूर करने के नाम पर सिर्फ कानून दिखाया गया, घोटालों का सबसे बड़ा दशक साबित हुआ, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक आतंकी हमलों का सिलसिला व हर तरफ हिंसा ही हिंसा का माहौल था। कोई भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं करता था।

पीएम ने संप्रग के घोटालों पर ध्यान किया आकर्षित

उन्होंने संप्रग सरकार के 10 सालों अवसर में आपदा में बदले जाने के उदाहरण भी दिये, जिनमें दुनिया में सूचना क्रांति के बीच 2जी घोटाला, सिविल न्यूक्लियर डील के बीच कैश फॉर वोट का विवाद, कामनवेल्थ गेम और कोयला घोटाला शामिल है। उन्होंने संप्रग सरकार के 10 सालों के शासन काल को ''लास्ट डेकेड'' बताया।

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, संप्रग सरकार की विफलता और राजग सरकार की उपलब्धियों ने विपक्ष की निराशा को और गहरा कर दिया है। इसी कारण उसे न तो दुनिया में भारत की बढ़ती धमक दिख रही है और न ही आशा और उम्मीदों से लवरेज 140 करोड़ लोग दिख रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने काका हाथरसी का इस दोहे के सहारे विपक्ष पर तीखा कटाक्ष किया।

शायराना अंदाज में दिखे पीएम मोदी

''आगा पीछा देखकर क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन।'' अपने ठोस जनाधार और अपार जनसमर्थन का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को उसके खोखले जमीन और हवा-हवाई सपने के लिए आगाह भी किया। विपक्ष की मौजूदा हालात बताने के लिए उन्होंने दुष्यंत कुमार की इस शेर का सहारा लिया।

''तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं,कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं।'' प्रधानमंत्री ने उद्योगपतियों और सरकार के बीच सांठ-गांठ के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में होने शोध पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वहां ''राइज एंड डिक्लाइन आफ इंडियाज कांग्रेस'' पर शोध हो भी चुका है और अन्य यूनिवर्सिटी में इसी तरह के शोध और भी होंगे, जिनमें कांग्रेस को बर्बाद करने वाले नेताओं की भी स्टडी होगी।

पीएम ने नाम लिए बिना राहुल की ली चुटकी

प्रधानमंत्री ने मंगलवार को राहुल गांधी के लोकसभा में भाषण की वाहवाही और भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी को बड़े नेता के रूप में पेश करने की कोशिशों पर भी चुटकी ली। उन्होंने इस शेर के सहारे राहुल गांधी से कांग्रेस और विपक्ष की उम्मीदों की हवा निकाल दी। ''ये कह-कहकर हम दिल को बहला रहे हैं,वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।''

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा ने नेताओं की रूची, प्रकृति और प्रवृति को उजागर करने के साथ ही उनकी योग्यता, क्षमता, समझ और इरादा भी सामने ला दिया है।

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Edited By: Devshanker Chovdhary