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खतरनाक होते 'फेनी' तूफान पर पीएम ने जताई चिंता, अफसरों को दिए सुरक्षा और बचाव के निर्देश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा चक्रवात फेनी के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में अधिकारियों से बात की है। उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने को कहा है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 29 Apr 2019 09:24 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2019 09:24 PM (IST)
खतरनाक होते 'फेनी' तूफान पर पीएम ने जताई चिंता, अफसरों को दिए सुरक्षा और बचाव के निर्देश
खतरनाक होते 'फेनी' तूफान पर पीएम ने जताई चिंता, अफसरों को दिए सुरक्षा और बचाव के निर्देश

नई दिल्ली, प्रेट्र/आइएएनएस। खतरनाक रूप लेते जा रहे चक्रवाती तूफान फेनी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीर चिंता जताई है और अधिकारियों को सुरक्षात्मक उपाय और मदद करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी (एनसीएमसी) ने बैठक कर हालात का जायजा लिया। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव क्षेत्र से पैदा हुआ फेनी अभी केरल और तमिलनाडु के तटवर्ती इलाकों के आस-पास बना हुआ है और आंध्र प्रदेश व ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है। दो दिन बाद इसके और खतरनाक होने की संभावना जताई जा रही है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा, 'चक्रवात फेनी के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में अधिकारियों से बात की है। उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही उनसे प्रभावित राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया है। मैं सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।'

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि सोमवार को कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमसी की बैठक हुई। इसमें 'फेनी' के कारण पैदा हुए हालात का आकलन किया गया। पहले से किए जाने वाले बचाव के उपायों पर चर्चा हुई और प्रभावित होने वाले राज्यों को केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया।

बैठक में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रधान सचिव भी शामिल थे। संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

195 किलोमीटर प्रति घंटे से चलेंगी हवाएं
अभी चक्रवाती तूफान की रफ्तार 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की बनी हुई है। इसके चलते 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। गुरुवार तक चक्रवात के अत्यधिक गंभीर होने पर 170-180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है जो 195 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती हैं।

 तटवर्ती इलाकों में तेज बारिश की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के तटवर्ती इलाकों में कहीं हल्की, कहीं सामान्य तो कहीं बहुत ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है।

केंद्र का मदद का भरोसा
गृह मंत्रालय ने संबंधित राज्य सरकारों को उनके अनुरोध के मुताबिक राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि की पहली किश्त अग्रिम जारी करने का भरोसा दिलाया है। बैठक में संबंधित राज्यों ने हालात से निपटने के लिए तैयार होने की बात भी कही है।

ओडिशा ने अधिकारियों को सतर्क किया
चक्रवाती तूफान 'फेनी' के संभावित खतरे के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने अपने दक्षिणी और तटीय जिलों को सतर्क कर दिया है, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। हालांकि अधिकारी ने यह भी कहा कि तूफान के राज्य में आने की संभावना नहीं है।

अधिकारी ने कहा कि सभी 880 चक्रवात केंद्रों के अलावा ओडीआरएएफ (ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स) की 20 इकाइयों, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12 इकाइयों और 335 अग्निशमन इकाइयों को भी अलर्ट पर रखा गया है।

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