हेगल से मुलाकात में पीएम ने उठाया अफगानिस्तान का मुद्दा
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। इराक की मौजूदा स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका से स्पष्ट चिंता जताई है। अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल से मुलाकत में उन्होंने अफगानिस्तान में जल्द चुनाव पूरे करवाने की जरूरत पर भी जोर दिया। इन मामलों को उठाकर भारत ने अब अंतरराष्ट्रीय मसलों पर अपना स्वतंत्र दृष्टिकोण अपनाने का संकेत तो दिया ही है, साथ
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। इराक की मौजूदा स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका से स्पष्ट चिंता जताई है। अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल से मुलाकत में उन्होंने अफगानिस्तान में जल्द चुनाव पूरे करवाने की जरूरत पर भी जोर दिया। इन मामलों को उठाकर भारत ने अब अंतरराष्ट्रीय मसलों पर अपना स्वतंत्र दृष्टिकोण अपनाने का संकेत तो दिया ही है, साथ ही रक्षा संबंधों को भी दोनों देशों की बराबर की जरूरत होने का इशारा कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अगले महीने होने वाली अपनी मुलाकात के पहले मोदी ने अमेरिका को अपने भविष्य के रवैये का संकेत दे दिया है। प्रधानमंत्री ने हेगल से मुलाकात में इराक और अफगानिस्तान का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने इराक में बिगड़ते हालात को लेकर अमेरिका को सचेत भी किया है। उधर, हेगल ने इराक को लेकर अमेरिकी प्रशासन की तैयारियों के बारे में उन्हें विस्तार से अवगत कराया। इसी तरह उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत के पड़ोसी अफगानिस्तान में जल्दी से जल्दी चुनाव पूरे हो सकेंगे। लंबे समय तक संघर्ष से प्रभावित रहे इस देश की तरक्की के लिए मोदी ने इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बेहद जरूरी बताया।
मोदी ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती की उम्मीद जताईं। उन्होंने कहा कि वे ओबामा से मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि दोनों देश मिलकर कैसे विश्व में शांति, स्थायित्व और समृद्धि कायम करें। हेगल से उन्होंने कहा कि इस मुलाकात को वे सिर्फ इस लिहाज से नहीं देख रहे कि दोनों देश एक दूसरे के लिए क्या कर सकते हैं, बल्कि यह मुलाकात दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे पुराने लोकतंत्र की साझेदारी से विश्व की बेहतरी की कवायद भी होगी। अगले महीने के अंत तक मोदी अमेरिका जाने वाले हैं। वहां उनकी राष्ट्रपति ओबामा से विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होने वाली है।
शुक्रवार को रक्षा मंत्री अरुण जेटली और हेगल के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच रक्षा प्रतिनिधि मंडल की विस्तृत बातचीत भी हुई। इसमें रक्षा तकनीक और व्यापार समझौते को 2015 के बाद भी जारी रखने पर सहमति बन गई है। जेटली ने कहा कि नई सरकार रक्षा तकनीक और निर्माण क्षेत्र में स्वदेशी क्षमता को बढ़ावा देने की नीति पर काम कर रही है। इसीलिए रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआइ] की सीमा को बढ़ा दिया गया है। नई परिस्थितियों में उन्होंने अमेरिका के साथ और करीबी सहयोग की उम्मीद जताई है। तीन दिन की यात्रा पर भारत आए हेगल ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी मुलाकात की।