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आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज वेतन घटने की आशंका पर पायलट नाराज

प्रबंधन ने खर्च घटाने के उपायों में कर्मचारियों से सहयोग मांगा और पायलटों से कहा कि उनका वेतन नहीं घटाया गया तो कंपनी के पास महज दो महीने के परिचालन लायक पूंजी रह जाएगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 10:46 PM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 10:46 PM (IST)
आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज वेतन घटने की आशंका पर पायलट नाराज
आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज वेतन घटने की आशंका पर पायलट नाराज

नई दिल्ली, प्रेट्र। अग्रणी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के पायलटों और प्रबंधन के बीच वेतन कटौती की आशंकाओं को लेकर ठन गई है। सूत्रों के मुताबिक एयरवेज ने पायलटों से कहा है कि कंपनी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है और उनका वेतन घटाए बिना दो महीने से ज्यादा ज्यादा परिचालन में रह पाना मुश्किल है। हालांकि कंपनी ने इस खबर को बेबुनियाद बताया है। कंपनी ने पूंजी जुटाने के लिए हिस्सेदारी बिक्री से संबंधित बातचीत से भी इन्कार किया है।

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शेयर बाजारों ने जेट एयरवेज से परिचालन के लिए 60 दिनों से ज्यादा की पूंजी नहीं होने पर स्पष्टीकरण मांगा। इसके जवाब में कंपनी ने माना कि वह खर्च में कटौती, राजस्व में मजबूती और अपेक्षित कारोबारी कुशलता हासिल करने की कोशिशों में जुटी है। कंपनी ने यह भी कहा कि कुशलता के मोर्चे पर वह बिक्री और वितरण, पेरोल और रखरखाव संबंधी पहलुओं को लक्षित कर रही है।

पायलट समुदाय के सूत्रों ने बताया कि पिछले हफ्ते कंपनी के प्रबंधन और कर्मचारियों की बैठक हुई थी। इसमें कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे और डिप्टी सीईओ अमित अग्रवाल भी मौजूद थे।

सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रबंधन कहा कि कंपनी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रही है। प्रबंधन ने खर्च घटाने के उपायों में कर्मचारियों से भी सहयोग मांगा और पायलटों से दो-टूक कहा कि उनका वेतन नहीं घटाया गया तो कंपनी के पास महज दो महीने के परिचालन लायक पूंजी रह जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने यह भी कहा है कि वह कैप्टन रैंक के अधिकारियों के लिए एक वर्ष की आवश्यक नोटिस-पीरियड की बाध्यता भी वापस ले रही है।

कंपनी ने शेयर बाजारों को यह भी बताया कि वह पायलट और इंजीनियरों समेत प्रमुख साझेदारों से बात कर उन्हें खासतौर पर कंपनी और सामान्य रूप से विमानन सेक्टर पर दबाव के बारे में जानकारी दे रही है।

दुबे ने शुक्रवार को कहा कि हवाई ईंधन की महंगाई और सस्ते किराये के चलते विमानन सेक्टर मुश्किल दौर से गुजर रहा है। गौरतलब है कि बीते बुधवार को ही कंपनी ने खर्च घटाने के लिए शीर्ष प्रबंधन स्तर पर बैठे अधिकारियों के वेतन में 25 फीसद कटौती की घोषणा की थी। शुक्रवार को बीएसई में कंपनी के शेयर सात फीसद तक टूट गए।


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