महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की सरकार बनाने के लिए खटखटाया बांबे हाई कोर्ट का दरवाजा
मैंने साझा सिद्धांत और हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था लेकिन उन्होंने धोखा दिया।
मुंबई, जेएनएन। भाजपा, शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के बीच चल रहे सांप-सीढ़ी के खेल से नाराज एक 46 वर्षीय मतदाता ने बांबे हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है। ठाणे निवासी याचिकाकर्ता ने कोर्ट से आग्रह किया है कि वह चुनाव पूर्व भाजपा-शिवसेना गठबंधन को फिर से साथ आने और राज्य में सरकार बनाने का उचित आदेश या निर्देश दे। दोनों दलों के पास 159 से ज्यादा विधायक हैं, जो सरकार गठन के लिए पर्याप्त हैं।
अपवित्र गठबंधन को सरकार बनाने से रोके कोर्ट
प्रिया चौहान कुलकर्णी ने अपनी याचिका में कहा है कि चुनाव बाद बनने वाले विभिन्न पार्टियों के 'अपवित्र गठबंधनों' से वह खुद को ठगा महसूस कर रही हैं। उन्होंने याचिका में केंद्र व महाराष्ट्र सरकार तथा भाजपा व शिवसेना को भी पक्षकार बनाया है। कुलकर्णी ने कोर्ट से आग्रह किया है कि वह आदेश जारी कर केंद्र व महाराष्ट्र सरकार को राकांपा-शिवसेना-कांग्रेस या भाजपा-राकांपा का मुख्यमंत्री नियुक्त करने से बचने के लिए कहे।
'शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस' गठबंधन को 'धोखा' घोषित करें
कुलकर्णी ने याचिका में अदालत से यह भी आग्रह किया है कि वह चुनाव बाद 'शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन' को 'धोखा' घोषित करे और मुंबई के पुलिस आयुक्त को निर्देश देकर भाजपा व शिवसेना के खिलाफ धोखाधड़ी व विश्वासघात का मुकदमा दर्ज कराए। उन्होंने निर्देश जारी कर दोनों दलों से चुनावी खर्च वसूलने का भी आग्रह किया है।
हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था
मैंने साझा सिद्धांत और हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था, लेकिन उन्होंने धोखा दिया। अब दोनों दूसरे-दूसरे दलों का सहयोग लेकर सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम दूसरे दलों को देखना नहीं चाहते हैं। हम भाजपा-शिवसेना को देखना चाहते हैं-प्रिया चौहान कुलकर्णी, याचिकाकर्ता।