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मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात होंगे 'फोन मैन'

आपातकालीन परिस्थिति में क्रॉसिंग पर तैनात कर्मी द्वारा डेडीकेटेड का बटन दबाते ही स्टेशन मास्टर के पास ट्रेन को रोकने के लिए संदेश पहुंच जाएगा।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 09:09 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 10:38 AM (IST)
मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात होंगे 'फोन मैन'
मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात होंगे 'फोन मैन'

धनबाद [तापस बनर्जी]। मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर अब डेडीकेटेड फोन से लैस कर्मचारियों की नियुक्ति होने जा रही है। पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल की 25 मानव रहित क्रॉसिंग्स पर इसकी शुरुआत हो रही है। आपातकालीन परिस्थिति में क्रॉसिंग पर तैनात कर्मी द्वारा डेडीकेटेड यानी विशेष फोन का बटन दबाते ही स्टेशन मास्टर के पास ट्रेन को रोकने के लिए संदेश पहुंच जाएगा। पिछले दिनों उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर हुए दर्दनाक हादसे के बाद रेलवे ने फिर दोहराया था कि 31 मार्च, 2020 तक देश में सभी मानव रहित फाटकों को समाप्त कर दिया जाएगा।

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पिछले साल रेलवे ने 1464 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग्स (अनमैन्ड लेवल क्रॉसिंग, यूएमएलसी) को हटाया था। इससे पहले यानी 2014 से 2016 के बीच 890 मानव रहित क्रॉसिंग्स पर कर्मियों की तैनाती कर इन्हें मानव युक्त बनाया गया था। मई, 2018 की स्थिति तक देश भर में कुल 3479 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग मौजूद हैं।

पूर्व मध्य रेलवे में अपनाई जा रही इस नई युक्ति में मानव रहित क्रॉसिंग पर तैनात कर्मचारी के पास जो फोन होगा, उसमें नंबर अंकित नहीं होंगे। क्रॉसिंग पर संकट की स्थिति देख उसे सिर्फ एक बटन दबाना होगा, जिससे नजदीकी स्टेशन मास्टर के पास मौजूद इसी तरह के फोन पर तुरंत खतरे का संकेत पहुंच जाएगा। स्टेशन मास्टर के फोन पर एक से नौ तक नंबर लिखे होंगे। जो अलग-अलग क्रॉसिंग पर तैनात कर्मचारियों के फोन को इंगित करेंगे। इससे वह समझ जाएगा कि संदेश किस क्रॉसिंग से आया है।

संदेश मिलते ही स्टेशन मास्टर उस ओर बढ़ रही ट्रेन के ड्राइवर से संपर्क कर ट्रेन को तत्काल रुकवा देगा। प्लेटफॉर्म से चलने से पहले भी स्टेशन मास्टर अगली क्रॉसिंग पर तैनात कर्मी से फोन पर बात करेगा। सामान्य स्थिति की सूचना मिलने पर ही ट्रेन को उस ओर रवाना होने दिया जाएगा। डेडीकेटेड फोन पर वॉइस रिकॉर्डिंग भी हो सकेगी साथ ही सभी सूचनाओं के आदान- प्रदान का भी डेटा सुरक्षित रहेगा। इस व्यवस्था के बाद भी कोई दुर्घटना होती है तो डेडीकेटेड फोन में दर्ज विवरणों के आधार पर यह पता लगाया जा सकेगा कि गलती किससे हुई।

इस व्यवस्था में ट्रैक मैन को गेट मैन के रूप में मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात किया जाएगा। इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग ने धनबाद मंडल के 25 ट्रैक मैन को प्रशिक्षण देना शुरू किया है। पूर्व मध्य जोन में कुल 1883 क्रॉसिंग हैं। इनमें से 655 मानव रहित हैं।

पूर्व मध्य रेल जोन के धनबाद मंडल के अंतर्गत कुल 25 मानव रहित क्रॉसिंग पर नई व्यवस्था जल्द शुरू होगी।

- आशीष कुमार झा, सीनियर डीसीएम,

धनबाद, झारखंड। 


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