छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में अब पेन ड्राइव के जरिये दायर हो रही याचिका
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उठाया गया कदम। मुख्य न्यायाधीश समेत सभी 12 न्यायाधीशों को याचिका की जाती है ई-मेल।
बिलासपुर, नईदुनिया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के महापंजीयक ने याचिका के दस्तावेज को स्कैन कर पेन ड्राइव में जमा करने को कहा है। महापंजीयक कार्यालय द्वारा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश समेत सभी 12 न्यायाधीशों को याचिका को ई-मेल से भेजा जा रहा है। न्यायाधीश याचिका को डिजिटल प्लेटफार्म पर ही पढ़ रहे हैं और उसी के आधार पर वर्चुअल सुनवाई करके फैसला सुना रहे हैं।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में चार अगस्त से सभी मामलों की सुनवाई शुरू हो गई है। सुनवाई वर्चुअल व्यवस्था के जरिये की जा रही है। नई याचिका दायर करने के संबंध में निर्देश के अनुसार वकीलों को पुरानी व्यवस्था की जगह दस्तावेज की सिर्फ एक हार्ड कॉपी ही जमा करनी है। साथ ही अब पूरी याचिका को पेन ड्राइव में स्कैन व अपलोड कर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के महापंजीयक कार्यालय में जमा करना है।
सावधानी भी बरत रहे
पेन ड्राइव के जरिये अपलोड की जा रही याचिका के दौरान तकनीकी दल सावधानी भी बरत रहे हैं। पेन ड्राइव के जरिये वायरस उच्च न्यायालय के कंप्यूटर में न पहुंचे इसे लेकर एंटी वायरस प्रोग्राम भी लगातार अपडेट किए जा रहे हैं। राज्य अधिवक्ता परिषद और छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के आंकड़ों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में वकालत करने वाले 2300 अधिवक्ता पंजीकृत हैं।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वकील संदीप दुबे ने कहा, 'लॉकडाउन के कारण तीन महीने से भी अधिक समय से न्यायालयों में कामकाज बंद था। इसे देखते हुए उच्च न्यायालय ने नई व्यवस्था लागू की है। अब पेन ड्राइव के जरिये याचिका जमा की जा रही है।'