Vaccination Propaganda: देश में टीकाकरण विरोधी अभियान के खिलाफ सु्प्रीम कोर्ट में याचिका, अगले हफ्ते होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भारतीय चिकित्सक संघ (आइएमए) की याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई करने की सहमति जताई है। एमआइए ने अपनी याचिका में कहा है कि देश में टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसियां: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भारतीय चिकित्सक संघ (आइएमए) की याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई करने की सहमति जताई है। एमआइए ने अपनी याचिका में कहा है कि देश में टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
आइएमए की ओर से पेश वकील ने प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा और जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ से कहा कि देश में कोविड-19 सहित अन्य टीकाकरण अभियानों और एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'यह भारतीय चिकित्सक संघ की ओर से दाखिल एक रिट याचिका है। यह एक गंभीर मुद्दा है, क्योंकि देश में टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। चिकित्सक हतोत्साहित किए जा रहे हैं। लोगों को उपचार पर भरोसा नहीं करने के लिए गुमराह किया जा रहा है।' प्रधान न्यायाधीश ने कहा, 'इस याचिका को अगले हफ्ते सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करें।'
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की पीठ को आईएमए का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने बताया कि देश में एलोपैथिक दवाओं के उपयोग सहित टीकाकरण को हतोत्साहित करने के लिए एक ठोस प्रयास किया जा रहा है। यह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा दायर एक रिट याचिका है। यह एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि पूरे देश में टीकाकरण अभियान और आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ अभियान चल रहा है। डॉक्टर मायूस हैं। लोगों को चिकित्सा उपचार पर अविश्वास करने के लिए गुमराह किया जाता है। इसपर CJI ने कहा कि इसे अगले सप्ताह सूचीबद्ध करें।