शीना मर्डर केस: पीटर मुखर्जी पर लगा हत्या का आरोप, सीबीआइ हिरासत में भेजा गया
बहुचर्चित शीना बोरा मर्डर केस में गुरुवार को गिरफ्तार हुए इंद्राणी मुखर्जी के पति पीटर मुखर्जी को 23 नवंबर तक सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले पीटर पर सीबीआइ ने हत्या का आरोप लगाया है।
मुंबई। बहुचर्चित शीना बोरा मर्डर केस में गुरुवार को गिरफ्तार हुए इंद्राणी मुखर्जी के पति पीटर मुखर्जी को 23 नवंबर तक सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले पीटर पर सीबीआइ ने हत्या का आरोप लगाया है। तो वहीं आज कोर्ट में पीटर ने अदालत में बयान दिया है कि वो शीना का मर्डर क्यों करेंगे ऐसा करने से उन्हें क्या मिलेगा। उनके वकील ने पीटर मुखर्जी को सीबीआइ हिरासत में भेजने का विरोध किया था।
इस मामले में सीबीआइ का कहना है कि शीना बोरा मर्डर केस में पीटर मुखर्जी को पूरी जानकारी थी और वो इस हत्याकांड में शामिल भी थे लेकिन उन्होंने सच्चाई को छिपाए रखा। फिलहाल मामले की सुनवाई कोर्ट कर रहा है। इस सुनवाई के दौरान सीबीआइ ने पीटर मुखर्जी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की है।
आपको बता दें कि पीटर मुखर्जी के ऊपर आईपीसी के तहत कई संगीन धाराएं लगाई गईं हैं। पीटर मुखर्जी को आईपीसी की धारा 302, 120(B), 306, 201 और 363 के तहत गिरफ्तार किया गया है। उधर, मुंबई मजिस्ट्रेट कोर्ट ने शीना बोरा मर्डर केस को सेशन कोर्ट में ट्रांसफर करते हुए सभी तीनों अभियुक्त इंद्राणी मुखर्जी, इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय को 3 दिसंबर में पेश होने को कहा है।
शीना बोरा की मां इंद्राणी मुखर्जी उनके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय को आज किला कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि 3 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी। तीनों आरोपियों को आज न्यायिक हिरासत की अवधि खत्म होने की वजह से कोर्ट में पेश किया गया था।
साथ ही पीटर मुखर्जी को भी आज अदालत में पेश किया जाएगा। पीटर मुखर्जी को सीबीआइ ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने गुरुवार को ही मुंबई की अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इसमें इंद्राणी के अलावा खन्ना और राय को मुख्य आरोपी बनाया गया है। मीडिया जगत की हस्ती रहे पीटर शीना की मां इंद्राणी के तीसरे पति हैं।
सीबीआइ प्रवक्ता ने कहा, शीना हत्याकांड की जांच में नाम आने के बाद पीटर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पीटर की गिरफ्तारी पर मशहूर वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि वो उनका केस नहीं लड़ रहे हैं। वहीं यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि विरोधाभासी बयानों की वजह से पीटर की गिरफ्तारी पूर्व सुनिश्चित थी।
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अप्रैल 2012 में इंद्राणी ने पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय के साथ मिलकर 24 वर्षीया शीना की हत्या की थी और शव को रायगढ़ जिले के जंगल में फेंक दिया था। अगस्त 2015 में एक दूसरे मामले में गिरफ्तार श्याम राय ने पूछताछ में हत्या का खुलासा किया। इसके बाद जंगल से शीना का अवशेष बरामद किया गया था। अवशेष शीना के होने की पुष्टि के लिए पुलिस ने फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली।दक्षिण मुंबई की अदालत में मजिस्ट्रेट आरवी एडोन के सामने पेश एक हजार पृष्ठों से ज्यादा के आरोप पत्र में 150 से अधिक गवाहों के बयान, 200 दस्तावेज शामिल हैं। इसके अलावा मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए गए सात बयान भी आरोप पत्र में हैं। इसी वर्ष अगस्त महीने में गिरफ्तार इंद्राणी, खन्ना और राय की न्यायिक हिरासत की अवधि शुक्रवार को खत्म हो जाएगी।इस सनसनी खेज मामले की जांच मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राकेश मारिया कर रहे थे। धन की हेराफेरी और विभिन्न पहलुओं के संदेह में महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने की सिफारिश की थी। 29 सितंबर को मामला सीबीआइ के हवाले कर दिया गया।
बार-बार बदल रहा था पीटर का बयान, सीबीआई को था गहरा संदेह
सीबीआई ने पीटर मुखर्जी से शीना बोरा के साथ राहुल मुखर्जी के संबंधों और इस पर इंद्राणी मुखर्जी के एतराज के बारे में पूछताछ कर चुकी है। पूछताछ में पीटर मुखर्जी ने कई बार बयान बदला था। अभी तक राहुल मुखर्जी और शीना बोरा के बीच संबंधों को हत्याकांड की अहम वजह माना जा रहा है। यही नहीं, इंद्राणी मुखर्जी भी शीना बोरा को बेटी के बजाय बहन बताती थी। सीबीआइ यह जानने की कोशिश में थी कि हत्याकांड के पीछे राहुल और शीना के संबंध के अलावा आर्थिक लाभ हासिल करने का उद्देश्य था या नहीं।