पाक के रिटायर जज का बड़ा आरोप, डॉलर के लिए मुशर्रफ ने US को बेचे हजारों पाकिस्तानी
रिटायर जज जावेद इकबाल ने पूर्व राष्ट्रपति पर देश के हजारों नागरिकों को विदेशों के हाथों बेच देने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान के सैनिक तानाशाह और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर एक नया और गंभीर आरोप लगा है। रिटायर जज जावेद इकबाल ने पूर्व राष्ट्रपति पर देश के हजारों नागरिकों को विदेशों के हाथों बेच देने का आरोप लगाया है। यह रिटायर जज गुमशुदा लागों की जांच के लिए बने आयोग के प्रमुख हैं। संसद की मानवाधिकार पर स्थायी समिति के सामने रिटायर जज ने यह आरोप लगाया है। वह पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के भी प्रमुख हैं।
इकबाल ने संसद की स्थायी समिति से कहा कि मुशर्रफ ने 4000 से ज्यादा पाकिस्तानियों को डॉलर के बदले वाशिंगटन के हवाले कर दिया। इसे गुप्त हस्तांतरण कहा गया। यह रहस्योद्घाटन ऐसे समय में हुआ है जब पश्तून तहाफुज आंदोलन (पीटीएम) के कारण पाकिस्तान में उथल-पुथल मची हुई है। पीटीएम की प्राथमिक मांगों में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और संघ प्रशासित कबायली इलाके (फाटा) के विभिन्न हिस्सों से लापता हजारों लोगों के भविष्य के बारे में पता लगाना शामिल है। बलूचिस्तान प्रांत में सरकार को इस बड़े मुद्दे का सामना करना पड़ रहा है।
मुशर्रफ की कार्रवाई को गैरकानूनी और अवैध घोषित करते हुए मामले में आगे की जांच कराने की सिफारिश की गई है। इकबाल ने सवाल उठाया है, 'कानून और संविधान के मुताबिक कोई भी गुप्त रूप से किस तरह पाकिस्तानी नागरिकों को किसी दूसरे देश को सौंप सकता है?' मजेदार है कि मुशर्रफ की कार्रवाई पर तत्कालीन निर्वाचित सरकार के किसी भी सांसद ने सवाल नहीं उठाया था।
अदालत में दशकों तक लटका रहा मामला
लापता लोगों या जबरन गायब किए जाने का मामला पाकिस्तान की शीर्ष अदालत में वर्षो तक लटका रह गया। दशकों तक मामले को या तो नजरअंदाज किया गया या फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसका कारण यही था कि इससे देश की खुफिया एजेंसियों और उनके कामकाज के तरीके पर गंभीर सवाल उठ रहे थे।