शर्मनाक! यूरोपीय इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स चोरी में शामिल था एक भारतीय 'संजय शाह'
यूरोप के इतिहास की सबसे बड़ी कर चोरी में एक भारतीय संजय शाह के शामिल होने की बात सामने आई है। 2006-2011 के बीच इसको अंजाम दिया गया था।
न्यूयॉर्क (न्यूयॉर्क टाइम्स)। इसे पिछले सौ वर्षो की सबसे बड़ी डकैती या यूरोप के इतिहास की अभूतपूर्व टैक्स चोरी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। दो इन्वेस्टमेंट बैंकर मार्टिन शील्ड व पॉल मोरा ने ‘कॉमेक्स ट्रेडिंग’ स्कीम के जरिये यूरोप के कई देशों के खजाने से 60 अरब डॉलर (वर्तमान भाव पर 4.2 लाख करोड़ रुपये) की टैक्स चोरी की। इस काम में सैकड़ों बैंकर, निवेशक और वकीलों ने भी उनका साथ दिया। हालांकि उन्हें पता नहीं चला कि आखिर खेल क्या चल रहा है। टैक्स चोरी के इस सनसनीखेज घोटाले को 2006-2011 के बीच अंजाम दिया गया। इस खेल में सबसे शर्मनाक बात ये रही है कि इसमें एक भारतीय का भी नाम सामने आ रहा है।
मार्टिन और पॉल बैंक ऑफ अमेरिका की निवेश बैंकिंग शाखा मेरिल लिंच के लिए काम करते थे। वर्ष 2004 में दोनों की मुलाकात लंदन स्थित मेरिल के दफ्तर में हुई। यहीं पर दोनों ने मिलकर ‘कॉमेक्स ट्रेडिंग’ नामक स्कीम शुरू की। इसके तहत निवेशकों को डबल टैक्सेशन यानी दोहरे कराधान से बचाया जाता था। इसका मतलब यह हुआ कि निवेश से होने वाली कमाई पर न्यूनतम टैक्स लगे और अधिकतम बचत हो।
डिविडेंड टैक्स पेमेंट पर डबल रिफंड
दरअसल ब्रिटेन निवासी मार्टिन और न्यूजीलैंड वासी पॉल इतने जानकार और चतुर थे कि डिविडेंड टैक्स पेमेंट पर डबल रिफंड लेते थे। यह पूरा खेल सही टाइमिंग और कानून की कमजोरियों के इस्तेमाल पर चल रहा था। इस काम में उन्हें महारत हासिल थी। ज्यादा बचत के कारण ‘कॉमेक्स ट्रेडिंग’ का कारोबार तेजी से फैलता गया।
जर्मनी को सबसे ज्यादा 30 अरब डॉलर का नुकसान
दोनों की टैक्स चोरी के इस मकड़जाल में फंसकर जर्मनी को सबसे बड़ा नुकसान हुआ। उसके खजाने को 30 अरब डॉलर (2.1 लाख करोड़ रुपये) का चूना लगा। जर्मनी के बाद फ्रांस 17 अरब डॉलर (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) की टैक्स चोरी का शिकार हुआ। इसके अलावा स्पेन, इटली, बेल्जियम ऑस्टिया, नॉर्वे, फिनलैंड, पोलैंड जैसे देशों को भी टैक्स चोरी के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ा।
भारतीय मूल के संजय शाह ने भी हाथ साफ किया
दुबई निवासी व भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक संजय शाह भी टैक्स चोरी की इस वारदात में शामिल था। उसने भी मार्टिन व पॉल की तरह ‘कॉमेक्स ट्रेडिंग’ की तर्ज पर डेनमार्क के सरकारी खजाने पर हाथ साफ किया। उन्होंने डेनमार्क के सरकारी खजाने को दो अरब डॉलर (14 हजार करोड़ रुपये) का चूना लगाया। हालांकि शाह ने किसी भी किस्म की धांधली में अपना हाथ होने से साफ इन्कार किया।
जर्मनी की अदालत में चल रही सुनवाई
यूरोप के इतिहास की इस सबसे बड़ी कर चोरी के इस मामले की सुनवाई फिलहाल बॉन (जर्मनी) की एक अदालत में पिछले वर्ष सितंबर से चल रही है। इस वर्ष फरवरी तक चलने वाली अदालती सुनवाई में स्थानीय सरकारी वकीलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती मार्टिन और पॉल को दोषी साबित करने की है। उन्हें बताना है कि कैसे इस स्कीम के जरिये इतनी बड़ी कर चोरी हो गई। हालांकि सुनवाई कर रहे जज ने पिछले महीने ‘कॉमेक्स ट्रेडिंग’ स्कीम को सरकारी खजाने की लूट का सामूहिक प्रयास करार दिया।
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