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बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का विवादित बयान, कहा मरने वाले तो मरेंगे ही

सरकारी अस्पतालों में इलाज में लापरवाही के कारण मासूमों की मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह के लिए मानों यह सब बिल्कुल सामान्य बात है। पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) के बाद एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में ऑक्सीजन की कमी के कारण तीन बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा ि

By Edited By: Published: Thu, 25 Sep 2014 01:03 PM (IST)Updated: Thu, 25 Sep 2014 01:03 PM (IST)
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का विवादित बयान, कहा मरने वाले तो मरेंगे ही

पटना। सरकारी अस्पतालों में इलाज में लापरवाही के कारण मासूमों की मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह के लिए मानों यह सब बिल्कुल सामान्य बात है। पीएमसीएच के बाद एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में ऑक्सीजन की कमी के कारण तीन बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'मरने वाले तो मरेंगे ही।' इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की मौत पर एनएमसीएच प्रशासन को चौबीस घंटे में रिपोर्ट देने कहा है।

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बहरहाल, स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों की मौत पर संवाददाताओं से सवाल पर कहा-'अस्पतालों में लोग मरीज को मरणासन्न हालत में लेकर आते हैं। डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मरीज को बचाने की पूरी कोशिश करते हैं मगर कई बार कोशिश नाकाम हो जाती है। इसके लिए किसी को दोषी करार देना गलत है।' पीएमसीएच और एनएमसीएच प्रबंधन द्वारा बच्चाें की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताए जाने पर मंत्री ने कहा कि यह सब मनगढ़ंत बात है। जीवन और मौत ऊपर वाले के हाथों में लिखा होता है। जिसकी आयु पूरी हो जाती है उसे कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा-पीएमसीएच और अन्य अस्पतालाें में रोजाना दस- पंद्रह मरीजों की मौत होती है, तो क्या इन सभी की मौत ऑक्सीजन की कमी से होती है? उन्हाेंने कहा कि आजकल मीडिया की आदत अफवाह फैलाने की हो गयी है। किसी भी बात को काफी बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जाता है। इससे लोग भ्रमित हो जाते हैं।

मंत्री ने कहा कि अस्पतालों की स्थिति दिन प्रति दिन बेहतर होती जा रही है। मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के उपसचिव अनिल कुमार ने बताया कि इस संबंध में एनएमसीएच के प्राचार्य और अधीक्षक से मौत के कारण की विस्तृत रिपोर्ट 24 घंटे में देने को कहा गया है।

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