पवार ने शिवसेना को उकसाया, बोले- दम हो तो भाजपा से गठबंधन तोड़े
कभी भाजपा को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन देने की बात करने वाले राकांपा प्रमुख शरद पवार को अब राज्य की फड़नवीस सरकार की स्थिरता अखरने लगी है।
मुंबई । कभी भाजपा को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन देने की बात करने वाले राकांपा प्रमुख शरद पवार को अब राज्य की फड़नवीस सरकार की स्थिरता अखरने लगी है। उनको लग रहा है कि अगर शिवसेना सरकार से अलग हो जाए तो महाराष्ट्र में विधान सभा के मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। इसके लिए पवार ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बाकायदा ललकारा है कि अगर दम है तो वह भाजपा से गठबंधन तोड़कर दिखाएं। बकौल राकांपा नेता, 'यदि शिवसेना का आत्मसम्मान जग गया तो महाराष्ट्र में जल्द मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं।'
राज्य के सिंधुदुर्ग जिले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद पवार ने उपरोक्त टिप्पणी की। उनका कहना था, 'बाला साहेब ठाकरे के जमाने में शिवसेना में आत्मसम्मान हुआ करता था। मैं नहीं जानता कि आजकल पार्टी के हालात क्या हैं?' उन्होंने उद्धव को सलाह दी कि उनमें अगर थोड़ा सा भी आत्मसम्मान बचा है तो वह भाजपा से गठबंधन तोड़ लें। पवार के अनुसार, 'अगर शिवसेना में बाला साहेब के जमाने वाला आत्मसम्मान आ गया तो मध्यावधि चुनाव जल्द होंगे।' राकांपा प्रमुख के अनुसार, 'अमित शाह कहते हैं कि भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी। इसका उन्हें खेद है। अगर उन्हें शिवसेना के कारण खेद है तो यह शिवसेना के लिए आत्मसम्मान की बात है।' बकौल पवार, 'शाह की इस टिप्पणी के बाद अगर शिवसेना में थोड़ा सा भी आत्मसम्मान बचा है तो वह भाजपा से नाता तोड़ दे।'
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