महाराष्ट्र के मंत्री की चेतावनी, काम पर नहीं लौटे डॉक्टर तो कटेगा छह माह का वेतन
महाराष्ट्र में सामूहिक अवकाश पर गए डाक्टरों का आज तीसरा दिन है। इसके चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुंबई, प्रेट्र । महाराष्ट्र में लगातार तीसरे दिन भी सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर काम पर हाजिर नहीं हुए। सुरक्षा की मांग को लेकर सरकारी और नगरपालिका अस्पतालों के 4000 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार से ही हड़ताल पर हैं। स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होने से राज्य सरकार ने डॉक्टरों को बुधवार शाम तक काम पर लौटने या छह माह का वेतन गंवाने की चेतावनी दी है।महाराष्ट्र रेजिडेंट डॉक्टर संघ (एमएआरडी) ने कहा है कि मुंबई मेडिकल कालेजों के डीन ने 500 रेजिडेंट डॉक्टरों को नोटिस थमाया है।
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इसके अलावा नागपुर के 350, पुणे में 200, सोलापुर में 114 रेजिडेंट डॉक्टरों को संबंधित मेडिकल कालेजों के डीन ने निलंबित कर दिया गया है। रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी और जेनरल वार्ड बुरी तरह प्रभावित हैं।महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने बुधवार रात आठ बजे तक रिपोर्ट करने का आदेश दिया है। मंत्री ने कहा है कि रिपोर्ट नहीं करने पर डॉक्टरों को छह माह का वेतन गंवाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर के रूप में काम करने वाले पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के छात्रों को भी कार्रवाई का सामना करना होगा। इस तरह का कदम उठाने के लिए कानूनी प्रावधान हैं।महाजन ने कहा, 'हमने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। उन्हें महीने के आखिर तक सुरक्षा मुहैया करा दी जाएगी। अब उन्हें काम पर आ जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के रोगी सरकारी अस्पतालों में आते हैं। रेजिडेंट डॉक्टर उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ नहीं करें।
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