अभियान के प्रति लोगों व प्रशासन का जोश ठंडा
जासं, फरीदकोट। दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में शुरू हुई स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोगों व अधिकारियों का जोश ठंडा पड़ गया है। अब अधिकारी केवल फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रह गए हैं। शहर की सफाई व्यवस्था फिर से पुराने ढर्रे पर है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर के अलावा नालिय
जासं, फरीदकोट। दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में शुरू हुई स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोगों व अधिकारियों का जोश ठंडा पड़ गया है। अब अधिकारी केवल फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रह गए हैं। शहर की सफाई व्यवस्था फिर से पुराने ढर्रे पर है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर के अलावा नालियों का गंदा पानी सड़कों पर फैलने लगा है। शहर की सफाई का कार्य नगर कौंसिल कर्मचारियों पर है। अधिकारियों ने अपना अभियान फोटो खिंचवाने के बाद बंद कर दिया है। शहर के अलग अलग इलाकों में कूड़े के ढेर लगे होने व नालियों का पानी सड़कों पर फैलने से पता लगता है कि अधिकारी इस अभियान के प्रति कितने गंभीर हैं। शहर में लगे कूड़े के ढेर सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। कोटकपूरा में गांधी बस्ती में सफाई व्यवस्था न होने के कारण गली में बनी नालियों का पानी सड़क पर फैल जाने से स्कूल जाने वाले बच्चों व मोहल्ला वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मोहल्ला वासी प्रवीन कुमार, संजना रानी, गीता देवी, रमेश कुमार दीपक कुमार, विकास कुमार, रिंपी कुमार, राकेश कुमार आदि ने बताया कि अक्सर नाली ओवरफ्लो होकर गंदा पानी सड़क पर भर जाता है, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि वह इस समस्या को लेकर कई बार नगर कौंसिल अधिकारियों से मिल चुके हैं। परंतु उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान जिस गति से शुरु हुआ था उसी गति से धीमा पड गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उनको आ रही समस्या से जल्द निजात दिलाएं।
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