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Indian Railways: 400 रेलवे स्टेशनों पर जल्द मिलेगी कुल्हड़ों में चाय, जानें- इसके पीछे क्या है मकसद

रेल यात्रियों को नाश्ता और खाना भी मिट्टी से बने बर्तनों में मिलेगा। ऐसा भारत को एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक से मुक्त बनाने की पीएम मोदी की इच्छा मुताबिक किया जा रहा है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 07:23 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 09:01 PM (IST)
Indian Railways: 400 रेलवे स्टेशनों पर जल्द मिलेगी कुल्हड़ों में चाय, जानें- इसके पीछे क्या है मकसद
Indian Railways: 400 रेलवे स्टेशनों पर जल्द मिलेगी कुल्हड़ों में चाय, जानें- इसके पीछे क्या है मकसद

नई दिल्ली, प्रेट्र। देशभर के 400 बड़े रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को जल्द ही कुल्हड़ों में चाय पीने को मिलेगी। इसके अलावा उन्हें नाश्ता और खाना भी मिट्टी से बने बर्तनों में मिलेगा। ऐसा भारत को एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक से मुक्त बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा मुताबिक किया जा रहा है।

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खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग (केवीआइसी) के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने बताया, 'इस साल हम 30 हजार इलेक्टि्रक चाक वितरित कर रहे हैं जिनसे प्रतिदिन दो करोड़ कुल्हड़ और मिट्टी के अन्य बर्तन बनाए जा सकते हैं।' उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया 15 दिन में शुरू हो जानी चाहिए। रेल मंत्रालय पहले ही अपने सभी प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों और आइआरसीटीसी के सीएमडी को पत्र लिखकर 400 बड़े स्टेशनों पर पर्यावरण अनुकूल और स्थानीय स्तर पर निर्मित मिट्टी के बने कुल्हड़, ग्लास और प्लेटों के उपयोग के निर्देश जारी कर चुका है।

रेलवे पहले से ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी और रायबरेली रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल कर रहा है। इन दोनों स्टेशनों पर इनकी सफलता को देखकर ही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा था और कुम्हारों की आय बढ़ाने के लिए अन्य स्टेशनों पर भी इसे अपनाने का आग्रह किया था।

रेल मंत्रालय के आंतरिक सर्वे में भी दोनों रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के बर्तनों के इस्तेमाल पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली और वहां प्लास्टिक का खतरा भी कम हुआ, लिहाजा रेल मंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की।


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