बुधवार से बिना गतिरोध चलेगी संसद, SIR के बजाय 'वंदे मातरम' और चुनाव सुधारों पर होगी चर्चा
संसद में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति बनने के बाद गतिरोध समाप्त हो गया है। विपक्ष चुनाव सुधारों और वंदे मातरम पर चर्चा के लिए तैयार हो गया है, जिस ...और पढ़ें

कल से वंदे मातरम और चुनाव सुधारों पर चर्चा
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति के बाद संसद में जारी गतिरोध टूट गया है और बुधवार से इसके सुचारू से चलने का रास्ता साफ हो गया है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विपक्ष सीधे SIR पर चर्चा के बजाय सरकार के चुनाव सुधारों के विस्तृत मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हो गया।
इसके साथ ही वंदे मातरम् पर चर्चा के सरकार के प्रस्ताव को भी विपक्ष ने मान लिया है। दोनों पक्षों की ओर सहमति के बाद अब मानसून सत्र की तरह शीतकालीन सत्र के धुलने की आशंका खत्म हो गई है।
संसद में गतिरोध हुआ खत्म
मालमू हो कि SIR के मुद्दे पर ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव के कारण मानसून सत्र की कार्यवाही पूरी तरह बाधित हो गई थी। शीतकालीन सत्र शुरू होने के पहले ही विपक्ष ने 12 राज्यों में चल रहे SIR और उसमें बीएलओ की मौत को लेकर कड़ा रूख साफ कर दिया था।
सोमवार को सत्र की शुरूआत में इसका असर सदन के भीतर के भी दिखा और हंगामे के कारण बार-बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वैसे सरकार ने सोमवार को ही संकेत दे दिया था कि वह चर्चा के लिए तैयार है।
मंगलवार को सदन कार्यवाही स्थगित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई, जिसमें संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजु ने चर्चा पर सहमति दी, लेकिन सीधे SIR के बजाय चुनाव सुधारों के व्यापक मुद्दे पर चर्चा कराने की शर्त रखी। इसके साथ ही सरकार की ओर वंदे मातरम् पर चर्चा के लिए विपक्ष का समर्थन मांगा।
वंदे मातरम और चुनाव सुधारों पर चर्चा
किरण रिजिजु ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जवाब देते हुए कहा कि सरकार तत्काल चर्चा शुरू करने के लिए तैयार नहीं है और दिन तय करने के लिए सरकार को समय चाहिए।
तीन बजे ओम बिरला की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में आठ और नौ दिसंबर को वंदे मातरम और चुनाव सुधारों पर चर्चा पर सहमति बनी। चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान ही विपक्ष SIR के मसले पर अपनी बात रखेगा।
विपक्ष और सरकार में बनी सहमति
आठ दिसंबर यानी सोमवार को लोकसभा में सबसे पहले वंदे मातरम् पर 10 घंटे की चर्चा होगी। उसके बाद मंगलवार को चुनावों पर चर्चा की शुरूआत होगी। चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए 10 घंटे का समय तय किया गया है। लेकिन यदि ज्यादा समय लगा तो यह अगले बुधवार को भी जारी रह सकता है।
लोकसभा में चर्चा के बाद दोनों मुद्दों पर राज्यसभा में भी इसी क्रम में चर्चा होगी। दोनों सदनों में चर्चा सामान्य नियमों के तहत होगी जिसमें मत विभाजन का प्रावधान नहीं है यानि दोनों पक्ष बहस के बाद सदन में शक्ति प्रदर्शन से परहेज करेंगे।

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