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हेमा मालिनी ने कहा- भारतीय लोक और शास्त्रीय कलाकारों की पहचान खतरे में, जल्‍द मिले आर्थिक सहायता

हेमा मालिनी ने कहा कि भारत में लोक और शास्‍त्रीय कलाकारों की स्थिति कोरोना महामारी के कारण बेहद खराब है। इन कलाकारों को आर्थिक सहायता की तुरंत जरूतर है। सरकार को जल्‍द इस ओर कदम उठाना चाहिए नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।

By TilakrajEdited By: Published: Wed, 16 Mar 2022 03:52 PM (IST)Updated: Wed, 16 Mar 2022 03:52 PM (IST)
हेमा मालिनी ने कहा- भारतीय लोक और शास्त्रीय कलाकारों की पहचान खतरे में, जल्‍द मिले आर्थिक सहायता
भारत अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत के कारण दुनिया भर में सबसे अच्छा

नई दिल्‍ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी से सांसद हेमा मालिनी ने महामारी काल में कलाकारों की दयनीय हुई स्थिति की ओर ध्‍यान आकर्षित कराया है। लोकसभा में हेमा मालिनी ने कहा कि भारतीय परंपरा और सास्‍कृति धरोहर की दुनियाभर में एक अलग पहचान है। इसकी वजह हमारी कला, संस्‍कृति और कलाकार हैं। लेकिन इन दिनों हमारा कला क्षेत्र और कलाकार काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इससे मैं भी दुखी हूं।

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पूरा हो 'कल्‍चरल मैपिंग स्‍कीम' का काम

भाजपा सांसद ने कहा कि साल 2017 में संस्‍कृति मंत्रालय ने कला और कलाकारों की जानकारी जुटाने के लिए 'कल्‍चरल मैपिंग स्‍कीम' शुरू की थी। लेकिन बड़ी अफसोस की बात है कि संसाधनों की कमी के कारण इस राष्‍ट्रीय मिशन को बंद कर दिया गया हे। मैं सरकार से यह आग्रह करती हूं 'कल्‍चरल मैपिंग स्‍कीम' को पूरा करने के लिए जरूरी संसाधन दिए जाएं, ताकि कलाकारों पर ध्‍यान दिया जा सके। उन्‍होंने कहा कि भारत अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत के कारण दुनिया भर में सबसे अच्छा है। हमारी कला, संस्कृति और कलाकार इसका आधार हैं। जिस भी देश ने अपने कलाकारों की उपेक्षा की है, उसका पतन ही हुआ है। कला क्षेत्र और कलाकारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक कलाकार के रूप में, मैं उनके लिए चिंतित हूं।

कलाकारों को दी जाए आर्थिक सहायता और पेंशन

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। महामारी काल में काफी लोगों की नौकरी चली गई, कई व्‍यापार बंद हो गए। कला क्षेत्र भी महामारी से अछूता नहीं रहा। हेमा मालिनी ने कहा कि हमारे लोक व शास्त्रीय कलाकारों और अन्य कलाकारों की पहचान खतरे में है। वे महामारी के कारण वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कई कलाकार अपने हुनर को छोड़कर दो वक्‍त की रोटी जुटाने के लिए ऐसे-ऐसे काम करने को मजबूर हो गए हैं, जिसकी कल्‍पना भी नहीं की जा सकती है। इसलिए मेरी सरकार से मांग है कि इन कलाकारों की आर्थिक सहायता और पेंशन की व्यवस्था की जाए, ताकि ये सम्‍मान के साथ जिंदगी गुजार सकें। श्‍

कोरोना महामारी के दौर में कई राज्‍यों में लॉकडाउन लगाया गया। इससे सभी क्षेत्र प्रभावित हुए। लॉकडाउन हटने के बाद भी कई पाबंदियां जारी रहीं। ऐसे में लोगों ने दो वक्‍त की रोटी जुटाने के लिए छोटे से छोटा काम करने से भी गुरेज नहीं किया। कई राष्‍ट्रीय स्‍तर के खिलाड़ी सब्‍जी बेचते नजर आए, तो कुछ कलाकार मजदूरी करते हुए। हालांकि, अब हालात धीरे-धीरे सामान्‍य हो रहे हैं।


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