लव जिहाद मामले में पिता ने की कैमरे में बयान दर्ज करने की वकालत
हिंदू लड़की के पिता केएम अशोकन ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि पीड़िता के बयान कैमरे में दर्ज कराए जाए न कि खुले कोर्ट रूम में।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लव जिहाद मामले में हिंदू लड़की के पिता केएम अशोकन ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि पीड़िता के बयान कैमरे में दर्ज कराए जाए न कि खुले कोर्ट रूम में। उनका तर्क है कि यह मामला काफी संवेदनशील है और कोर्ट में बयान दर्ज होने से वर्ग विशेष के लोग उन्हें निशाना बना सकते हैं।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्र की बेंच ने 30 अक्टूबर को आदेश दिया था कि महिला को 27 नवंबर को अदालत में पेश किया जाए, ताकि बेंच उससे खुले कोर्ट रूम में सवाल जवाब कर सके। हालांकि पहले बेंच ने कैमरे के समक्ष पीड़िता के बयान दर्ज करने की बात कही थी, लेकिन बाद में फैसला पलट दिया।
गौरतलब है कि हिंदू महिला का धर्म परिवर्तन कराने के बाद उसका निकाह शफी जहां नाम के व्यक्ति से कराया गया। बाद में उसे आइएस (इस्लामिक स्टेट) में सीरिया मिशन के लिए भर्ती किया गया। हाई कोर्ट ने इस शादी को रद कर दिया था।
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