हैदराबाद: स्कूलों को फीस देने के पक्ष में नहीं हैं पैरेंट्स, जता रहे विरोध
महामारी के संकट के बीच हैदराबाद के स्कूल द्वारा फीस लिए जाने को लेकर पैरेंट्स द्वारा विरोध जताया गया।
हैदराबाद, एएनआइ। हैदराबाद के स्कूलों द्वारा फीस लिए जाने पर यहां के लोग आक्रोशित हैं। इनका कहना है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मार्च महीने से ही यहां के सभी स्कूल बंद है और बच्चे ऑनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाई कर रहे हैं। मंगलवार को तेलंगाना के बॉवेनपल्ली (Bowenpally) स्थित संत एंड्रयूज स्कूल (St Andrews School) में पढ़ने वाले सभी बच्चों के माता पिता यहां पहुंचे और विरोध जताया। दरअसल स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल फीस मांगी गई जो उन्हें अनुचित लग रहा है।
यहां विरोध जता रहे पैरेंट्स का कहना है कि वे फीस के विरोध में हैं क्योंकि बच्चों ने केवल ऑनलाइन क्लासेज की हैं। इनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन इस बात का झूठा दावा कर रहा है कि ये सरकार के आदेशों के तहत ऐसा कर रहे हैं। फोन पर एएनआइ से बात करते हुए बॉवेनपल्ली के पुलिस ने बताया, 'यहां जमा हुए पैरेंट्स स्कूल फीस में कमी की मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 के इस साल के एकेडमिक ईयर के लिए छात्रों की ऑनलाइन कक्षाओं के मद्देनजर तेलंगाना सरकार ने स्पष्ट नीति लाने की बात कही है जिसके तहत यहां के सरकारी और निजी स्कूलों के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का इंतजाम किया जाएगा। इस बाबत हैदराबाद स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन की ओर से ऑनलाइन कक्षाओं को शुरू करने और स्कूल की फीस के बारे में जनहित याचिका दायर की गई।
याचिका में प्राइवेट स्कूलों की ओर से ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन पर रोक लगाने के साथ इन्हें अवैध घोषित करने की मांग की गई थी। इस पर चीफ जस्टिस राघवेंद्र सिंह चौहान और जस्टिस बी विजयसेन रेड्डी की बेंच ने सुनवाई की। इसकी सुनवाई के दौरान बेंच ने सरकार से ऑनलाइन शिक्षा नीति को लेकर सवाल किया था। इसके जवाब में राज्य सरकार ने कहा कि वह इसके लिए नीति पेश करेगी। हालांकि कोर्ट ने इस पर केंद्र व सीबीएसई से भी अपना पक्ष रखने को कहा।