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ऑडियो क्‍लिप विवाद में फंसी पंकजा मुंडे

एक ऑडियो क्‍लिप में महाराष्‍ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे को पुजारी को धमकी देते हुए सुना गया है।

By Monika minalEdited By: Published: Sat, 08 Oct 2016 12:01 PM (IST)Updated: Sat, 08 Oct 2016 01:23 PM (IST)
ऑडियो क्‍लिप विवाद में फंसी पंकजा मुंडे

मुंबई (प्रेट्र)। महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे एक ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद एक नये विवाद में फंस गयी हैं जिसमें वह दशहरा पर एक भाषण की अनुमति लेने के लिए अहमदनगर जिले के भगवानगढ पहाड़ी मंदिर के एक पुजारी को धमकी देती सुनाई दे रही हैं।

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ऑडियो का दावा

असत्यापित ऑडियो में पंकजा परली में नामदेव शास्त्री महाराज के समर्थकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराने की भी बात कहती नजर आ रही हैं। ये समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं। बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में छोटे छोटे कामों के वित्तपोषण वाली एक योजना 25-15 के तहत रुपया देकर किसी को भी खरीद सकती हैं।

पंकजा ने कहा- खरीद सकती हूं सबको

इस ऑडियो में पंकजा कह रही हैं कि मैंने अपने लोगों से कहा है कि हम 11 अक्टूबर तक लड़ाई नहीं लड़ना चाहते हैं। मैं आप सबको खरीद सकती हूं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहती हूं। जो कुछ भी अतीत में मैंने आपको दिया है आपने मांगा और मैंने दिया। क्या आपको याद है कि मैंने 25-15 में से रुपये दिए अब मैं आपको रूपया नहीं दूंगी। ऑडियो के अनुसार, मुंडे कह रही हैं, नामदेव शास्त्री जी के साथ क्या किया जाए इसके बारे में भविष्य में विचार किया जाएगा। हमें दशहरा समारोह करवाना है और इसलिए हम अपनी ओर से कुछ भी गलत नहीं करना चाहते।

ऑडियो में धमकी

पंकजा को कहते सुना गया है, हम सीधे भी नहीं हैं। हमारे लोग पारली में लोगों को पीट सकते हैं और उनके खिलाफ फर्जी मामले दायर करवा सकते हैं और यहां से जाने को विवश कर सकते हैं।

पंकजा पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप

ऑडियो क्लिप पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि यह मंत्री के द्वारा सत्ता का घोर दुरूपयोग है और ऐसे में उन्हें तत्काल पद से हटा दिया जाना चाहिए। मुंडे ने कहा, हम ऑडियो में सुनी उनकी बातों को लेकर बहुत गंभीर हैं। कानून बनाने के लिए जिम्मेदार लोग कानून को अपने हाथों में लेने की बात कर रहे हैं। उन्हें अब मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों के उत्थान के लिए बनी एक योजना से लोगों को खरीदने की बात करके वह सरकार के साथ धोखा कर रही हैं। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि कम से कम अब मुख्यमंत्री उन्हें क्लीन चिट देने का ड्रामा नहीं करेंगें। हालांकि इस मुददे पर पंकजा की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी लेकिन उनके निजी सचिव ने कहा कि उन्होंने इस मुददे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इंकार किया है। इस साल की शुरूआत में सूखाग्रस्त लातूर की अपनी यात्रा के दौरान सेल्फी लेने पर वह निशाने पर आ गयी थी।

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