बोट डूबने के तीन दिन बाद तक ऑन थे आतंकियों के सैटेलाइट फोन
जांच एजेंसियों ने गुजरात के पोरबंदर तट पर जलकर डूबने वाली पाकिस्तानी बोट को लेकर नया खुलासा किया है। जांच एजेंसियों का कहना है कि बोट डूबने के तीन दिन बाद तक नाव पर सवार संदिग्ध आतंकियों के सैटेलाइट फोन ऑन थे।
नई दिल्ली। जांच एजेंसियों ने गुजरात के पोरबंदर तट पर जलकर डूबने वाली पाकिस्तानी बोट को लेकर नया खुलासा किया है। जांच एजेंसियों का कहना है कि बोट डूबने के तीन दिन बाद तक नाव पर सवार संदिग्ध आतंकियों के सैटेलाइट फोन ऑन थे।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, दो नंबरों का आतंकियों ने बोट पर इस्तेमाल किया था। बोट डूबने के बाद प्राप्त तकनीकी रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है। दोनों नंबरों को कई महीने से नेशनल टेक्निकल रिसर्च संगठन (एनटीआरओ) की निगरानी पर रखा गया था। इन नंबरों के आधार पर ही कोस्ट गार्ड को बोट की हरकतों के बारे में पता चला था.
बताया गया है कि इन फोन पर थाइलैंड और यूएई के नंबरों से फोन किया जाता था। एनटीआरओ ने इस बात की आशंका जताई थी कि ये नंबर किसी स्मगलिंग रैकेट के हैं और ये लोग किसी बड़े सौदे को अंजाम दे सकते हैं।गौरतलब है कि कोस्ट गार्ड ने इस मामले में दोनों नंबरों के आधार पर जानकारी दी थी कि पोरबंदर में तट पर मौजूद बोट पर 4 लोग देखे गए, जिन्होंने कोस्ट गार्ड की चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया। इससे पहले कोस्टगार्ड उन तक पहुंच पाती नाव सवारों ने बोट को धमाके से उड़ा दिया। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि नाव कराची से चली थी। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने बयान में कहा कि बोट पाकिस्तानी सेवा के संपर्क में थी।