चुनाव पूर्व आतंकी हमला, सैन्य अफसर समेत चार घायल
जम्मू-कश्मीर में जारी चुनाव प्रक्रिया मेंसबसे अहम और संवेदनशील बारामुला संसदीय सीट पर मतदान से 11 घंटे पूर्व आतंकियों ने सोपोर में बड़ा हमला किया। इसमें सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट और दो जवानों समेत चार लोग घायल हो गए।
बारामुला, जागरण ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में जारी चुनाव प्रक्रिया मेंसबसे अहम और संवेदनशील बारामुला संसदीय सीट पर मतदान से 11 घंटे पूर्व आतंकियों ने सोपोर में बड़ा हमला किया। इसमें सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट और दो जवानों समेत चार लोग घायल हो गए। इससे पूर्व आतंकियों ने एक मतदान केंद्र पर पेट्रोल बम भी फेंका और धमकी भरे पोस्टर लगाकर लोगों को चुनाव प्रक्रिया से दूर रहने की धमकी दी। सोपोर और रफियाबाद में चुनाव बहिष्कार समर्थकों व पुलिस के बीच हिंसक झड़पें भी हुई, जो देर रात तक जारी थी। सुरक्षित मतदान के लिए सुरक्षाबलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रमुख हुर्रियत नेताओं को नजरबंद करते हुए 460 से ज्यादा पत्थरबाजों को हिरासत में लेकर सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मंगलवार देर शाम करीब आठ बजे सोपोर में स्टेट बैंक के पास सीआरपीएफ की 179वीं वाहिनी के जवानों का एक दल अपने मोबाइल बंकर के पास नाका लगा रहा था। अचानक निकटवर्ती गली में घात लगाए बैठे आतंकियों ने उनपर हमला बोल दिया। इसमें तीन जवान और एक नागरिक जख्मी हो गया। अन्य जवानों ने भी जवाबी फायर किया, लेकिन आतंकी भाग निकले। सीआरपीएफ के प्रवक्ता किशोर प्रसाद ने बताया कि घायलों की पहचान असिस्टेंट कमांडेंट मनोज कुमार, जवान सिंकम पटेल और जवान सुजान के रूप में हुई है। इससे पहले चुनाव बहिष्कार समर्थकों ने सोपोर के नादिहाल में एक मतदान केंद्र को स्थापित किए जाने का विरोध किया और उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। उत्तरी कश्मीर के तीन जिलों बारामुला, कुपवाड़ा और बांडीपोर पर आधारित बारामुला लोकसभा सीट कश्मीर में सबसे ज्यादा संवेदनशील मानी जाती है। कश्मीर में आतंकवाद के जनक मुहम्मद मकबूल बट और संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का संबंध भी इसी इलाके से था।
सीमा पर घुसपैठ की कोशिश
राजौरी। पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के दल को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाने के लिए फिर नापाक हरकत की है। सोमवार देर रात पड़ोसी देश ने मेंढर सेक्टर में लगातार तीन घंटे गोलीबारी करने के साथ मोर्टार भी दागे। हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस घटना के बाद भारत ने सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी है। उल्लेखनीय है कि राज्य में जारी चुनाव प्रक्रिया के दौरान पड़ोसी देश की सेना कई बार सीमा पार से गोलीबारी कर घुसपैठ करवाने का प्रयास कर चुकी है।