नावेद को पाक ने नकारा, पिता ने कबूला
पाकिस्तान ने आदतन ऊधमपुर में पकड़े गए जिंदा पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद याकूब उर्फ उस्मान खान को अपना नागरिक मानने से इन्कार कर दिया। उसका कहना है कि नावेद नाम का कोई भी शख्स उसके डाटाबेस में नहीं। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत यह आरोप बिना किसी सुबूत के
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान ने आदतन ऊधमपुर में पकड़े गए जिंदा पाकिस्तानी आतंकी मुहम्मद नावेद याकूब उर्फ उस्मान खान को अपना नागरिक मानने से इन्कार कर दिया। उसका कहना है कि नावेद नाम का कोई भी शख्स उसके डाटाबेस में नहीं। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत यह आरोप बिना किसी सुबूत के लगा रहा है। हालांकि लश्कर ए तैयबा के आतंकी नावेद के पिता ने खुद को बदकिस्मत बाप बताते हुए उसे अपना बेटा कबूल किया है। लिहाजा, भारत सरकार ने आतंकी नावेद के खिलाफ देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे समेत कई दफाओं में मुकदमा दर्ज कर जांच एनआइए को आधिकारिक रूप से सौंप दी है।
संसद में गुरुवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ऊधमपुर में आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि जम्मू में ही एनआइए के प्रमुख संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में ऊधमपुर हमले की आधिकारिक जांच शुरू हो गई है। इस बीच, जम्मू और कश्मीर सरकार ने नावेद पर देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे का मुकदमा शुरू करने की मंजूरी दे दी है। ऊधमपुर के जिला मजिस्ट्रेट शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि आतंकी नावेद के खिलाफ अन्य धाराओं के अलावा, आरपीसी की धारा 121 (देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूछताछ में नावेद ने खुद कबूला है कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले के गुलाम मुहम्मद क्षेत्र का रहने वाला है। उसके पिता का नाम मुहम्मद याकूब है। उसने जांच एजेंसी को अपने पिता का मोबाइल नंबर भी दिया। पाकिस्तान के इसी नंबर पर एक अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट ने गुरुवार को 1.22 बजे आतंकी के पिता मुहम्मद याकूब से करीब सवा मिनट बात की। इस दौरान मुहम्मद याकूब ने नावेद का बदकिस्मत बाप होना स्वीकार किया। फिक्रमंद याकूब ने पंजाबी लहजे में फोन पर बताया कि लश्कर ए तैयबा चाहता था कि उनका बेटा मर जाए और भारतीयों के हाथ जिंदा न लगे। उन्होंने बताया कि उनकी अपनी जान भी अब खतरे में है। लश्कर व फौज दोनों उनकी जान के पीछे हैं।
जिंदा सबूत नहीं मान रहा पाक
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद काजी खलिलुल्लाह ने गुरुवार को पाकिस्तानी आतंक के जिंदा सबूत 'मुहम्मद नावेद याकूब उर्फ उस्मान से पल्ला झाडऩे की नाकाम कोशिश की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर तुरंत आरोप लगाना सही नहीं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून में पाकिस्तान सरकार के सूत्र के हवाले से कहा गया है, 'नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथारिटी के रिकॉर्ड के अनुसार गिरफ्तार नावेद का पाकिस्तानी होने का भारत का दावा बेबुनियाद है।
कसाब को नहीं माना पाकिस्तानी
भारत की सीमा में आतंकी भेजने व पकड़े जाने पर उन्हें पहचानने से इन्कार करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। पाकिस्तान ने तो अभी तक कसाब को भी अपना नागरिक नहीं माना है। कसाब का नाम भी वहां के जनसंख्या रिकार्ड में नहीं था। यह अलग बात है कि अब उसके माता-पिता कहां हैं, इसकी किसी को जानकारी नहीं है।पढ़ेंः