जम्मू के किश्तवाड़ में पाकिस्तानी आतंकी ओसामा, भनक से सुरक्षा एजेंसिया सतर्क
आतंकवादी जम्मू संभाग के किश्तवाड़ में आतंकवादी एक बार फिर साजिश रचने की कोशिश में हैं। यहां ओसामा बिन जावेद और अन्य आतंकियों को भी देखा गया है।
बलवीर सिंह जम्वाल, किश्तवाड़। जम्मू के किश्तवाड़ में आतंकवाद के बीज फिर से बोने की साजिशों की कोशिशें सीमा पार से लगातार जारी हैं। भाजपा और संघ नेताओं की हत्या में शामिल चार आतंकियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को आए दिन नए सुराग हाथ लग रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि किश्तवाड़ में सक्रिय छह आतंकियों में कुछ पाकिस्तानी भी हैं। इनका मकसद किश्तवाड़ को फिर से आतंकवाद की आग में धकेलना है। पिछले 11 महीनों में चार बड़ी आतंकी वारदात हो चुकी हैं, जिसमें चार लोगों की हत्या व तीन हथियारों के लूट के मामले शामिल हैं।
सरूरी भी कर रहा इशारे पर काम
बताया जाता है कि पहले यह सामने आया था कि सारी वारदातें हिजुबल मुजाहिदीन के आतंकी अमीन उर्फ जहांगीर सरूरी के इशारे पर ओसामा बिन जावेद और उसके साथी कर रहे हैं, लेकिन हाल ही में पीडीपी नेता शेख नासिर हुसैन के अंगरक्षक की जब राइफल छीनी तो उस समय जो आतंकी मौजूद थे, उनमें कुछ के पाकिस्तानी होने के भी सुराग हाथ लगे हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं।
सूत्रों के अनुसार नासिर के घर में ओसामा बिन जावेद, साजिद के अलावा तीसरा आतंकी भी मौजूद था, लेकिन उसकी पहचान नहीं हुई है। दावा किया जा रहा है कि ये काफी समय से किश्तवाड़ में सक्रिय है और पाकिस्तान का है। उसके इशारे पर ही स्थानीय आतंकी काम कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि सरूरी भी पाक आतंकियों के इशारे पर काम कर रहा है।
100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
पिछले एक पखवाड़े में सेना, पुलिस 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इनसे सुराग मिलने के बाद ही चार आतंकी हत्थे चढ़े हैं जिन्होंने कबूला कि वह चंद्रकांत शर्मा और अनिल परिहार की हत्या में शामिल थे। मौजूदा समय एनआइए सहित कई अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं।