पाक का नापाक खेल: फ्लैग मीटिंग के बाद सरहद पर उड़ाया टोही विमान, कल होगी HM की मीटिंग
टोही विमान (यूएवी) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू जिले के आरएसपुरा की अब्दुल्लियां पोस्ट के ऊपर उड़ान भरी।
जम्मू [ जेएनएन ]। फ्लैग मीटिंग के चंद घंटे बाद पाकिस्तान ने सरहद पर अपने नापाक हरकतों का सिलसिला एक बार फिर शुरू कर दिया। सरहद पर पाकिस्तान के एक मानवरहित टोही विमान ने भारतीय सेना कैंप में हलचल उत्पन्न कर दी। टोही विमान (यूएवी) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू जिले के आरएसपुरा की अब्दुल्लियां पोस्ट के ऊपर उड़ान भरी।
टोही विमान काफी ऊंचाई पर होने के कारण भारतीय सीमा का पूरा इलाका उसकी नजर में था। इससे पहले कि सीमा सुरक्षा बल की ओर से कोई कार्रवाई की जाती, यूएवी सीमा से दूर पाकिस्तान की ओर चला गया। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की ओर से मंगलवार को यह यूएवी हाई डेफीनेशन कैमरे से भारतीय इलाकों की फोटोग्राफी करने के लिए उड़ाया गया। इसके बाद अखनूर सेक्टर के परगवाल में मोर्टार शेल दागे। इसके अलावा मंगलवार सुबह शांति का विश्वास दिलाने वाले पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर राजौरी जिले के झंगड़ सेक्टर में गोलाबारी कर अपनी नापाक नीयत दिखा दी।
फ्लैग मीटिंग के बाद संघर्षविराम का उल्लंघन
पाकिस्तान ने फिर अपने दोहरे चरित्र को दर्शाया है। फ्लैग मीटिंग के चंद घंटे बाद अखनूर सेक्टर के परगवाल में मोर्टार शेल दागे। इसके अलावा मंगलवार सुबह शांति का विश्वास दिलाने वाले पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर राजौरी जिले के झंगड़ सेक्टर में गोलाबारी कर अपनी नापाक नीयत दिखा दी। भारत की ओर से भी उसे मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इसके बाद गोलाबारी रुक गई।
पाकिस्तान के दुस्साहस से सीमांत क्षेत्र के लोग डरे हुए हैं। हालांकि, सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के डीआइजी अखिलेश्वर सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) पर जम्मू के अखनूर सेक्टर में गोलाबारी से इंकार किया है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई है। 15 मई के बाद से जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा व जम्मू जिलों में पाकिस्तान की भारी गोलाबारी में चार सीमा प्रहरी शहीद हो चुके हैं, जबकि 10 आम नागरिक भी मारे गए हैं।
गृहमंत्री का दौरा तय करेगा संघर्षविराम का भविष्य
वादी में रमजान के मद्देनजर आतंकियों के खिलाफ घोषित एकतरफा संघर्षविराम को दो माह और बढ़ाए जाने की अटकलों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के प्रस्तावित कश्मीर दौरे पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। गृहमंत्री का दौरा ही संघर्षविराम का भविष्य तय करने के अलावा अलगाववादी खेमे के साथ बातचीत की जमीन का आधार तय करेगा, ऐसा सभी का विचार है।
गौरतलब है कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह सात जून से जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह उत्तरी कश्मीर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) के साथ सटे इलाकों का दौरा करने के अलावा श्रीनगर में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर रमजान संघर्षविराम के बाद पैदा हुए हालात की समीक्षा करेंगे। वह श्री अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों का भी जायजा लेंगे।