मोदी के इजरायल दौरे पर पाक मीडिया की सधी प्रतिक्रिया
अखबार ने एआइएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी की इजरायल यात्रा केवल फलस्तीन पर उसके कब्जे को मजबूत करेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के इजरायल दौरे पर पहुंच गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने भी इस दौरे को व्यापक जगह दी है। ज्यादातर प्रमुख समाचार पत्रों और चैनलों ने इस दौरे पर सधी हुई टिप्पणी की है।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन ने 'मोदी इजरायल दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री' के शीर्षक से दौरे की जानकारी दी। लेख में भारत और इजरायल के बीच सैन्य समझौतों पर लिखा गया है। अखबार ने लिखा कि कैसे मोदी इजरायली कंपनियों को भारत में अपना व्यापार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। एक अन्य लेख में अखबार ने यात्रा के दौरान फलस्तीन न जाने के मोदी के फैसले पर भी टिप्पणी की है। अखबार ने एआइएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी की इजरायल यात्रा केवल फलस्तीन पर उसके कब्जे को मजबूत करेगी।
अन्य अखबार दुनिया न्यूज ने भी डॉन की ही लकीर पर खबर की रिपोर्टिग की है। अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इजरायल में रह रहे भारतीय मूल के यहूदियों के उत्साह पर केंद्रित खबर दी है। ज्यादातर अखबारों ने खबरों को केवल सूचना पर ही केंद्रित रखा है। दौरे से पाकिस्तान पर पड़ने वाले प्रभावों पर बहुत कम चर्चा है। किसी भी अखबार ने इस विषय पर संपादकीय नहीं लिखा है।
पाकिस्तानी समाचार चैनलों ने दौरे पर ज्यादा गहरी रिपोर्टिग की है। वरिष्ठ पत्रकार ख्वार घुम्मन ने चैनल 42 पर कहा, 'भारत-इजरायल का पुराना गिरोह है। हमने देखा है कि कैसे पाकिस्तान को रोकने के लिए इजरायल ने भारत का सहयोग किया है।' वहीं सुरक्षा विशेषज्ञ ब्रिगेडियर गजनफर अली ने हिंदू राष्ट्रवाद और यहूदी राष्ट्रवाद की तुलना की। उन्होंने कहा कि भारत की आक्रामक कूटनीतिक चालों का जवाब देने की जरूरत है।
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