पश्चिमी सीमा के निकट पाकिस्तान ने खाली कराए गांव, रेंजर्स की वर्दी में सैनिक तैनात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीमा सुरक्षा को लेकर बैठक ली। सीमावर्ती गांवों में चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही खाद्य सामग्री अतिरिक्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जयपुर [ नरेन्द्र शर्मा ]। भारत-पाक पश्चिमी सीमा पर हाई अलर्ट है। तनाव को देखते हुए भी सीमावर्ती गांवों के लोग सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आ रहे है। सीमा पर स्थित गांवों में सेना और बीएसएफ के जवान पहुंचे तथा विपरीत परिस्थिति में गांवों को खाली करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा।
किसी भी विपरित परिस्थिति को भांपते हुए पाक से सटे राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों के सीमावर्ती गांवों में अतिरिक्त खाघ सामग्री और ईंधन पहुंचाने के साथ ही मेडिकल सुविधाओं को अलर्ट जारी किया गया है। चिकित्सकों एवं पुलिसकर्मियों के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं। उधर पाक से सटे श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर के पास पाक इलाकों में बुधवार सुबह 9:47 बजे तीन धमाकों की आवाज सुनाई दी। इसके बाद भारतीय वायुसेना के विमानों ने उड़ान भरी।
हालांकि प्रशासन ने इसे नियमित उड़ान बताया है। श्रीगंगानगर,बाड़मेर एवं जैसलमेर जिला कलेक्टरों ने सीमावर्ती गांवों में धारा-144 लागू कर दी है। इसके बाद एक साथ पांच या इससे अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना की ओर से बड़ी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने सीमा के 10 से 15 किमी के दायरे में आने वाले सभी गांव खाली करा लिए है। रेंजर्स की वर्दी में सैनिक तैनात किए गए हैं।
एयरफोर्स और बीएसएफ की हलचल बढ़ी
जैसलमेर और बाड़मेर में इन दिनों हाई अलर्ट है। जैसलमेर हवाई पट्टी के निदेशक राजीव पुनेठा ने बताया कि यहां आगामी आदेश तक हवाई सेवाएं बंद कर दी गई है। अब यहां केवल वायुसेना के विमान ही उड़ सकेंगे। सीमावर्ती गांवों में सेना, बीएसएफ और पुलिस के अधिकारी पहुंचकर ग्रामीणों को हर परिस्थिति में तैयार रहने के लिए कह रहे है। सीमा से लगे 90 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी गांवों को विपरीत परिस्थिति में खाली करने के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा गया है।
सीमावर्ती गांव तनोट के सरपंच अशोक कुमार ने बताया की सेना के अधिकारी आए थे तथा अलर्ट रहने, संदिग्ध व्यक्ति पर नज़र रखने, अजनबी व्यक्ति की सूचना सेना अथवा पुलिस को देने के लिए कह कर गए है। साथ ही अगर युद्ध की स्थिति बनती है तो गांव को खाली करके रामगढ़ कस्बे में जाने के लिए कहा है। बाड़मेर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में धारा-144 लगाने के साथ ही सेना और बीएसएफ के साथ मिलकर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी लोगों को सजग रहने के लिए कह रहे हैं। बीएसएफ के डीआईजी गुरूप्रीत सिंह ने जवानों की नफरी बढ़ाने की बात कही है ।
सीएम ने बैठक ली
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम सीमा सुरक्षा को लेकर बैठक ली। इस बैठक में मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग और सेना एवं बीएसएफ के अधिकारी शामिल हुए। सीएम ने सीमावर्ती गांवों में चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही खाद्य सामग्री एवं ईंधन अतिरिक्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।