भारत से बातचीत के जरिए रिश्ते सुधारना के पक्ष में नवाज शरीफ, पाक सेना बन रही रोड़ा!
पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना को निशाना बनाकर अपने मुल्क के प्रधानमंत्री का कद घटना चाहती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तानी सेना का नियंत्रण रेखा पर आक्रमक रवैया व घरेलु मामलों में हस्ताक्षेप करने से यह साफ जाहिर हो रहा है कि वो जम्मू-कश्मीर में बढ़ती हिंसा और पत्थरबाजी को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कदमों को आगे बढ़ने से रोकना चाहती है।
पीएम नवाज शरीफ का झुकाव अभी तक बातचीत के जरिए भारत के साथ संबंध सुधारने पर रखा है। कई मौकों पर ऐसा देखने को मिला है। लेकिन पाकिस्तानी सेना किसी दूसरी दिशा में ही जाते हुए नजर आती है। ऐसा लगता है कि पाक आर्मी बातचीत के जरिए हल निकालने के पक्ष में नहीं है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रधामंत्री का कहना है कि वह भारत के साथ मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत के लिए हमेशा तैयार हैं। वे बिना किसी शर्त के भारत के साथ लगातार बातचीत के पक्ष में है। वह भारत के साथ रिश्तों को सुधारने के लिए तत्पर नजर आते हैं। लेकिन इस बीच जब कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना के द्वारा भारतीय सैनिकों के सिर काटे जाते हैं, तो बॉर्डर पर ही नहीं, भारत-पाक के रिश्तों में भी तनाव आ जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना को निशाना बनाकर अपने मुल्क के प्रधानमंत्री का कद घटना चाहती है। सेना जाहिर करना चाहती है कि नवाज शरीफ चाहे जो कहें, वे अपनी रणनीति पर ही चलेंगे। इस दौरान शरीफ का कद घटा भी है। होली के मौके पर हिंदुओं को संदेश देना सेना प्रमुख के इरादों के सामने घुटने टेकते हैं।
नवाज शरीफ और उनके संबंधियों का नाम पनामा पेपर्स लीक में आने से भी पाक प्रधानमंत्री के हाथ कमजोर हुए हैं। इसका पूरा फायदा पाक आर्मी उठाते हुए नजर आ रही है। वहीं पाकिस्तानी सेना ने यह अंदाजा लगा लिया है कि भारत के सैन्य विकल्प, सर्जिकल हमलों सहित सीमित हैं। भारत उस समय बॉर्डर पर आगे नहीं नहीं बढ़ाना चाहेगा, जब मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में जुटी हुई है। ऐसे में पाक सेना के हौसले और बढ़ गए हैं।
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