Move to Jagran APP

बलूचिस्तान में पाक सेना का अत्याचार

इसके अलावा महिलाओं समेत कई लोगों को बंधक बना लिया। नसीराबाद के शेरनी, छत्तर, होती और कुनारी इलाकों में सेना नागरिकों पर घातक हमले कर रही है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Tue, 18 Oct 2016 12:52 AM (IST)Updated: Tue, 18 Oct 2016 01:03 AM (IST)
बलूचिस्तान में पाक सेना का अत्याचार

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली । बलूचिस्तान में आजादी की लड़ाई को कुचलने और राष्ट्रवादियों की आवाज दबाने के लिए पाकिस्तानी सेना दमनचक्र पर उतर आई है। सैनिकों ने सैन्य कार्रवाई के दौरान कलात में एक व्यक्ति को मार डाला। दिलबंद और नागही इलाकों में दो दर्जन घरों में आग लगा दिया। इसके अलावा महिलाओं समेत कई लोगों को बंधक बना लिया। नसीराबाद के शेरनी, छत्तर, होती और कुनारी इलाकों में सेना नागरिकों पर घातक हमले कर रही है।

loksabha election banner

कलात के दिलबंद और नागही इलाकों में पिछले तीन दिनों से सेना का ऑपरेशन चल रहा है। सैनिकों को मुबारक बुगती नामक व्यक्ति को रातभर पेड़ से उलटा लटकाए रखा और इसके बाद उसके परिवार के साथ उसे भी ले गए। नागही इलाके में दो शव भी मिले हैं। बंधक बनाए गए लोगों को कहां रखा गया है, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है।

मोदी बोले पड़ोसी मुल्क आतंकवाद का जनक, नाएला बलोच ने कहा- यही सच है

बलूच रिपब्लिकन पार्टी के मीडिया प्रमुख शाह नवाज बुगती ने बलूचिस्तान में सैन्य कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से दिए गए भाषण के बाद यहां पर सेना ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। हालांकि, इसके बावजूद हम सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचार का विरोध करते रहेंगे।

बलूच रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता शेर मुहम्मद बुगती ने बयान जारी कर नागरिकों पर हमले की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राज्य में पाकिस्तानी सेना ने सघन अभियान चला रखा है और गोबुर्द इलाके में कई लोगों को उठाकर ले गए हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिजनों ने सेना के एक कैंप के सामने प्रदर्शन भी किया, लेकिन उनकी आवाज सुनने के लिए मीडिया और मानवाधिकार संगठनों से कोई नहीं आया। राज्य में प्रशासन प्रायोजित जुल्म ने सभी सीमाएं तोड़ दी हैं। उन्होंने मानवाधिकार संगठनों से इस पर रोक लगाने के लिए पहल करने का अनुरोध किया है।

बलूच महिला प्रोफेसर ने कहा- हमें दरिंदगी से बचाओ, पाक दुनिया के लिए कैंसर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.