Move to Jagran APP

पाकिस्तान ने 55 भारतीय मछुआरों को पकड़ा, 10 नाव भी जब्त किए

पाकिस्तानी अधिकारियों ने गुजरात के कच्छ के पास लगते अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमएलबी) के पास से 55 भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया। पोरबंदर के मछुआरा फोरम का कहना है कि मछुआरों को पकड़ने के साथ ही पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से उनकी 10 नावें भी जब्त की गई है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 30 Mar 2016 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 30 Mar 2016 06:42 PM (IST)
पाकिस्तान ने 55 भारतीय मछुआरों को पकड़ा, 10 नाव भी जब्त किए

अहमदाबाद। पाकिस्तानी अधिकारियों ने गुजरात के कच्छ के पास लगते अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमएलबी) के पास से 55 भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया। पोरबंदर के मछुआरा फोरम का कहना है कि मछुआरों को पकड़ने के साथ ही पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से उनकी 10 नावें भी जब्त की गई है।

loksabha election banner

नेशनल फिशवर्क्स फोरम के सचिव मनीष लोढारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि पाकिस्तान ने जिन मछुआरों को पकड़ा है वो सभी गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले के ओखा के रहनेवाले हैं।

लोढारी ने बताया कि तटीय गुजरात में ओखा से 13 नौकाओं में सवार होकर मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में उतरे थे। पाकिस्तान की समुद्र सुरक्षा समिति (पीएमएसए) ने 10 नौकाओं के साथ 55 मछुआरों को हिरासत में ले लिया।

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान से भारतीय मछुअारों का शव वापस लाने की गुहार

जबकि तीन नौकाएं वापस लौटने में सफल रहीं। वापस लौटे मछुआरों ने ही घटना की जानकारी दी है।

पाकिस्तान द्वारा मछुआरों को हिरासत में लेने की दो महीनों में यह तीसरी घटना है। इस महीने की शुरुआत में पीएमएसए ने गुजरात तट से तीन नौकाओं समेत 18 मछुआरों को हिरासत में लिया था।


इसके पहले सात फरवरी को एजेंसी ने 12 मछुआरों को हिरासत में लिया था और दो नौकाओं को जब्त किया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने आईएमबीएल के उल्लंघन के कारण कराची जेल में बंद 172 भारतीय मछुआरों को दो जत्थों में रिहा किया था जिसके एक महीने बाद फिर 55 मछुआरों को गिरफ्तार किया। लोधारी के अनुसार पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय मछुआरों की संख्या 450 हो गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.