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गिलगित सरहद से कुल्लू पहुंची ऑरेंज बुलफिंच, चिड़िया को पाकर गुलजार हुआ पार्क

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में ऑरेंज बुलफिंच का दिखना एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा। सीरो के बाद इसका मिलना से जैवविविधता को बढ़ावा देने का संकेत मिल रहा है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 27 Apr 2019 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2019 12:13 AM (IST)
गिलगित सरहद से कुल्लू पहुंची ऑरेंज बुलफिंच, चिड़िया को पाकर गुलजार हुआ पार्क
गिलगित सरहद से कुल्लू पहुंची ऑरेंज बुलफिंच, चिड़िया को पाकर गुलजार हुआ पार्क

मुकेश मेहरा, कुल्लू। छोटी सी चिड़िया... बच्चों की भाषा में बोलें तो पिद्दु सी.... इत्तु सी! ठिकाना तो है पाकिस्तान के छितराल और गिलगित में लेकिन अब मिली यूनेस्को धरोहर यानी कुल्लू के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में। सरहद से भी न रुकने वाले पंछी, चिड़िया, पवन के झोंके में से यह चिड़िया है। कभी-कभी उत्तराखंड में भी दिखती है। जिस चिड़िया पर संकट हो...वह है भी, मुस्करा भी रही है... और उड़ भी रही है। आप जानते हैं कि यह क्या कहती है? यह तीन शब्दांशों की आवाज करती है। पहले लंबी 'ट्यू करती है...फिर 'ट्याटिलिंका-टिलिंका कह कर बात करती है। कुल मिलाकर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क इस दुर्लभ चिड़िया को पाकर गुलजार है। 

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नाम है..ऑरेंज बुलफिंच जिसे वैज्ञानिक 'पाइरहुला ऑरेंटिका भी कहते हैं। कद 17 सेंटीमीटर और भार सिर्फ 17 से 22 ग्राम। पार्क के कैमरों में कैद हुई यह चिड़िया ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में इसे पहली बार दिखी है। यह उपलब्धि इसलिए है क्योंकि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के जैव विविधता के लिए हो रहे प्रयास साबित हो रहे हैं। कुछ दिन पहले यहां हिरण प्रजाति का सीरो पाया गया। अब यह ऑरेंज बुलफिंच। 

इस पार्क में पिछले कुछ समय में जानवरों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है तथा इसका डाटा अब वन विभाग ने एकत्रित करना शुरू कर दिया है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो ऑरेंज बुलफिंच का ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में मिलना इस बात का संदेश है कि यहां पर अन्य प्रजातियों के पशु पक्षी मौजूद हैं तथा जैव विविधता को बढ़ावा मिल रहा है। 

फ्रिंजिलेड प्रजाति का हिस्सा है बुलफिंच 

ऑरेंज बुलफिंच चिड़िया फ्रिंजिलेड नामक प्रजाति के परिवार का ही हिस्सा मानी जाती है। यह पाकिस्तान व समशीतोषण क्षेत्रों में पाई जाती है। इसके यहां मिलने के बाद वाइल्ड लाइफ से जुड़े विशेषज्ञ भी नेशनल पार्क में इसकी जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। 

2014 में हिमालयन नेशनल पार्क वर्ल्ड हेरिटेज घोषित 

1999 में बना ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में 620 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यहां बराबर गर्मी सर्दी वाले व ऊंचे क्षेत्रों वाले वन पाए जाते हैं। इसे 2014 में वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किया गया है। पार्क संरक्षण क्षेत्र में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क 754.4 वर्ग किलोमीटर, सैंज 90 वर्ग किलोमीटर व तीर्थन 61 वर्ग किलोमीटर वन्यजीव अभ्यारण तथा 905.40 वर्ग किलोमीटर के पार्क संरक्षण क्षेत्र में ऊपरी ग्लेशियर तथा विभिन्न नदियां यहां पाई जाती हैं। 

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की वाइल्ड लाइफ डीएफओ अभिलाषा ने बताया कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में इस बार ऑरेंज बुलफिंच पाई गई है। इसकी मौजूदगी पार्क में जैवविविधता को दर्शाती है। यह पाकिस्तान और भारत में पाई जाती है लेकिन यहां पर पहली बार देखी गई है। 


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