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रमन सिंह के नक्सलियों को सपूत बताने पर भड़के नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंह देव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह उस बयान को नक्सलियों का हौसला बढ़ाने वाला बताया है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूमि को खून के लाल कर देने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ की माटी का सपूत बताया था। देव ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 28 May 2015 04:34 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2015 04:59 PM (IST)
रमन सिंह के नक्सलियों को सपूत बताने पर भड़के नेता प्रतिपक्ष

अम्बिकापुर। नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंह देव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह उस बयान को नक्सलियों का हौसला बढ़ाने वाला बताया है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूमि को खून के लाल कर देने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ की माटी का सपूत बताया था। देव ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि क्या वे नक्सली माटी के सपूत हैं, जिन्होंने भोलेभाले ग्रामीणों, सुरक्षा में लगे जवानों तथा जन प्रतिनिधियों की हत्याएं की है। झीरम घाटी काण्ड को अंजाम दिया या फिर जिन्होंने नक्सलियों के साथ लड़ाई में अपनी शहादतें दी हैं वे प्रदेश के सच्चे सपूत हैं।

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उनका कहना था कि मुख्यमंत्री को इस बयान से पहले उन परिवारों से एक बार मिलना चाहिए, जिन्होंने अपने पिता, बेटे, भाई व पति को खोया है, जिनकी शहादत हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा झीरम घाटी के बरसी के दिन दिये गये इस बयान को शहीदों का अपमान बताते हुये कहा कि क्या मुख्यमंत्री झीरम घाटी के शहीदों के परिवारों से आंख मिला पायेंगे? प्रदेश की नक्सली समस्या महज चिकन-चुपड़ी बयानों से नहीं सुलझने वाली है, इसके लिये कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता है। नक्सली यदि हिंसा छोड़कर आयें तो उनका स्वागत है, अन्यथा राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे न बैठे।

नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद से नक्सली वारदातों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। राज्य सरकार नक्सलियों के लिये आत्मसमर्पण की नीतियां तैयार कर, उनके आत्मसमर्पण की बांट जोह रही है। उसके बावजूद भी नक्सली वारदातें रूकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हमारे सुरक्षा जवान तथा ग्रामीण नक्सली हिंसा के शिकार हो रहे हैं और अपनी जाने गवां रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार के मुखिया का विवादित बयान इन शहीदों के आश्रित परिवारों की जख्मों पर मरहम लगाने के बजाये, उन्हें और हरा कर रहा है। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह एवं भाजपा सरकार के लिये नक्सली जरूर माटी के सपूत हो सकते हैं, किन्तु इस प्रदेश का आम नागरिक उन्हें सच्चा सपूत मानता है, जिन्होंने कुर्बानी दी है।

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