असम में बाहर से आने वालों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन जरूरी
मंगलवार को राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बाहर से आने वाले लोगों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन अनिवार्य होगा।
गुवाहाटी, पीटीआई। असम में भी अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है, जिसके चलते राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा, उनके लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन अनिवार्य होगा।
मंगलवार को राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बाहर से आने वाले लोगों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन अनिवार्य होगा। बता दें कि असम में कोरोना संक्रमितों की संख्या 139 से बढ़कर 682 हो गई है इसलिए यह निर्णय लिया गया है।
संसदीय मामलों के मंत्री चंद्र मोहन ने कहा कि मंत्रिमंडल ने बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटाइन की आवश्यकता पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राज्य में संक्रमितों की संख्या में हुए इजाफे को देखते हुए क्वारंटाइन मानदंडों को सख्ती से लागू किया जाए।
राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि जो भी व्यक्ति बाहर से आता है उसे होम क्वारंटाइन की बजाय इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जाएगा। असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि राज्य में मंगलवार को 123 नए मामलों की पुष्टि हुई है।
बता दें कि असम राज्य में अभी तक 682 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से 62 मरीजों की ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 613 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस के कारण 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 1,51,767 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 6387 नए मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अब तक कुल 4337 लोगों की जान इस वायरस से जा चुकी है। देश में इस समय जानलेवा महामारी के 83,004 एक्टिव केस हैं। राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के कुल 792 नए केस दर्ज किए गए हैं जबकि महाराष्ट्र में 75 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जबकि कुल 20 की यहां मौत हो चुकी है।