मध्यप्रदेश: 15 फीट गहरे बोरवेल से सुरक्षित निकाली गई मासूम, दस घंटे तक चला बचाव अभियान
Borewell Mishap in Madhya Pradesh मध्यप्रदेश के छत्तरपुर में एक साल की मासूम करीब 15 फीट गहरे बोरवेल में गिर पड़ी। उसे निकालने के लिए लगी सेना और पुलिस की टीम को आखिरकार सफलता मिल ही गई। सेना और प्रशासन ने 10 घंटे तक चलाया था बचाव अभियान।
छत्तरपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छत्तरपुर में गुरुवार को डेढ़ साल की नन्हीं बच्ची 15 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची को निकालने का काम करीब दस घंटे तक चला और आखिरकार उसे सुरक्षित निकालने में सफलता मिल ही गई।
#WATCH | One-year-old girl was rescued following an operation after she fell into nearly 15 feet deep borewell in Chhatarpur, Madhya Pradesh yesterday
Army personnel have also extended their hands to local police and district administration in the rescue operation pic.twitter.com/AiIhsL4b7D— ANI (@ANI) December 16, 2021
यह घटना छत्तरपुर के दौनी गांव में गुरुवार दोपहर को घटी जब खेलते-खेलते डेढ़ साल की बच्ची दिव्यांशी कुशवाह जिंदगी की जंग जीत गई। लगभग 10 घंटे तक बोरवेल में 15 फीट नीचे फंसी रही मासूम को सेना और प्रशासन ने देर रात तक चले संयुक्त बचाव अभियान में सुरक्षित निकाल लिया। बच्ची को बोरवेल से निकालते ही समीपस्थ अस्पताल नौगांव भेजा गया।
गौरतलब है कि दौनी गांव में खेत पर सिंचाई के लिए खोदे गए बोरवेल से पानी नहीं निकलने के कारण उसे खुला ही छोड़ दिया गया था। इसी बोरवेल में गुरुवार दोपहर लगभग दो बजे दिव्यांशी खेलते समय गिर गई थी। सूचना मिलते ही छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर व पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के अलावा नजदीकी शहर झांसी से सेना की एक टुकड़ी भी घटनास्थल पर पहुंच गई थी।
Madhya Pradesh | 1-year-old girl fell into nearly 15 feet deep borewell in Chhatarpur. Rescue operation is underway. Army personnel along with police & district administration present at the spot. Oxygen support is provided to the child: District Collector Sandeep GR pic.twitter.com/djmsRVtrxt— ANI (@ANI) December 16, 2021
बच्ची बोरवेल में लगभग 15 फीट नीचे फंसी थी। उसके रोने की आवाज आ रही थी। सबसे पहले गड्ढे में पाइप के जरिये आक्सीजन पहुंचाई गई ताकि बच्ची को प्राणवायु मिलती रहे। फिर पुलिस ने पोकलेन मशीन (जेसीबी) सहित अन्य उपकरण मंगवा कर तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। बोरवेल के समानांतर एक गड्ढा खोदा गया। लगभग रात ग्यारह बजे बचाव अभियान में जुटे कर्मचारी बच्ची तक पहुंचने में कामयाब हो गए। तब तक बच्ची के शरीर में हलचल हो रही थी, इसलिए सावधानीपूर्वक मशीनों के बजाय हाथों से ही लगभग दो फीट की सुरंग से मिट्टी हटाई गई। देर रात तक कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक मौके पर बने रहे। स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स के दल को भी ग्वालियर से बुलवाया गया। अंतत: रात बारह बजे के बाद बच्ची को बोरवेल से सुरक्षित निकाल लिया गया।