घर में SUV, फिर भी 10 बैलगाड़ियों में बारात लेकर पहुंचा दूल्हा
घर में महंगी कार होने के बावजूद दूल्हा 10 बैलगाड़ियों को लेकर बारात में पहुंचा। शादी समारोह के माध्यम से जनजागृति का संदेश दिया गया है।
सुसारी, धार (नईदुनिया)। आज के दौर में शादियों में दिखावे के नाम पर लोग लाखों रुपये खर्च कर देते हैं, लेकिन एक परिवार ने फिजूल खर्च को रोकने का अनूठा प्रयास किया है। मामला मध्य प्रदेश का है। यहां शादी समारोह के माध्यम से जनजागृति का संदेश दिया गया है। क्षेत्र के ग्राम कोणदा के सिर्वी समाज के युवा मयूर भायल अपनी जीवन संगिनी पिंकी से शादी रचाने के लिए 10 बैलगाड़ियों में बारात लेकर समीपस्थ ग्राम दोगांवा पहुंचे। उनकी पहल पर परिवार वालों का भी सहयोग रहा।
समीपस्थ ग्राम कोणदा में शुक्रवार शाम को सिर्वी समाज की बारात दो किमी दूर समीपस्थ ग्राम दोगांवा पहुंची। 10 बैलगाड़ियों को सजाकर बारात निकाली गई। इसमें बाराती और दूल्हा रवाना हुए। यह बारात किसान मोर्चा के जिला मंत्री जगदीश भायल के पुत्र मयूर की थी, जो गोपाल परिहार के घर दुल्हन पिंकी को ब्याहने पहुंची।
फिजूल खर्च बंद हो और प्राचीन परंपरा जीवित हो
दूल्हे मयूर किसान के साथ संगीत शिक्षक भी हैं। उन्होंने बताया कि मैंने ग्राम के बुजुर्गों को हमेशा बात करते सुना है कि पहले बैलगाड़ियों से बारात जाती थी। वर्तमान में हजारों रुपये केवल इस कार्य पर ही खर्च कर दिए जाते हैं। इससे प्रेरित होकर मैंने भी विचार किया कि फिजूल खर्च को इस तरह भी रोका जा सकता है, जबकि मेरे पास एसयूवी है। मयूर ने बताया कि कुछ महीनों पहले मैंने सोशल मीडिया पर नईदुनिया की महेश्वर की खबर पढ़ी थी। उसमें बैलगाड़ी से पांच किमी तक बारात निकालकर संदेश दिया था। हमारे ग्राम में लगभग 40 साल पहले समाज की कोई बरात बैलगाड़ी से निकली थी।