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पुराने पैटर्न से साल में एक बार ही होगी मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आखिरकार नीट की साल में दो बार परीक्षा कराने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना को टाल दिया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 09:16 PM (IST)Updated: Wed, 22 Aug 2018 12:09 AM (IST)
पुराने पैटर्न से साल में एक बार ही होगी मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा
पुराने पैटर्न से साल में एक बार ही होगी मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट (नेशनल एलिजबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट) परीक्षा अब पुराने पैटर्न से ही होगी। यानी साल में एक बार और पेन-पेपर के जरिए होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की आपत्ति के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आखिरकार नीट की साल में दो बार परीक्षा कराने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना को टाल दिया है। नीट की अगली परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। अगली परीक्षा अब 5 मई को होगी, जबकि इसके लिए रजिस्ट्रेशन एक नंबर से ही शुरु होगा।

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पांच मई 2019 को होगी परीक्षा, एक नवंबर से चालू होगा रजिस्ट्रेशन

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को नीट, जेईई सहित कई परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया गया है। ये परीक्षाएं अभी तक सीबीएसई आयोजित करती रही है। पहली बार इन परीक्षाओं का जिम्मा एनटीए को सौंपा गया है। नीट के परीक्षा पैटर्न में बदलाव को लेकर यह हलचल उस समय शुरू हुई, जब मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इनमें बदलावों को लेकर अधिकृत तौर पर घोषणा की।

स्वास्थ्य मंत्रालय के विरोध के कारण रद हुआ साल में दो बार परीक्षा की योजना

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत साल में दो बार परीक्षाएं होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने नीट और जेईई मुख्य परीक्षाओं को भी साल में दो बार कराने की घोषणा की। साथ ही कहा कि इससे उन छात्रों के लिए आसानी होगी, जिन्हें किन्हीं कारणवश पेपर खराब होने या न दे पाने के चलते पूरे साल भर इन परीक्षाओं का इंतजार करना पड़ता है।

हालांकि मानव संसाधन विकास मंत्रालय का यह प्लान जैसे ही स्वास्थ्य मंत्रालय के पास पहुंचा, उसे सिरे से खारिज कर दिया गया। साथ ही नीट को पुराने पैटर्न से ही कराने को लेकर सहमति दी।

जेईई मेंस की साल में अब दो बार होगी परीक्षा:

डेढ़ दशक की कड़ी मशक्कत के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय इस बीच बदलाव की अपनी एक मुहिम में सफल रहा है। इसके तहत जेईई मुख्य परीक्षा अब साल में दो बार होगी। एनटीए ने इसे लेकर परीक्षा कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। जावडे़कर ने नीट के साथ जेईई की परीक्षा भी साल में दो बार कराने की घोषणा की थी। हालांकि यह बदलाव मंत्रालय की ही करना था, जिसमें वह सफल रहा है।

एनटीए की ओर से जारी कार्यक्रम के तहत जेईई मुख्य पहली परीक्षा 6 से 20 जनवरी 2019 के बीच होगी, जबकि दूसरी परीक्षा 6 से 20 अप्रैल 2019 के बीच होगी। दोनों ही परीक्षाएं कम्प्यूटर बेस्ड होगी। इसकी प्रैक्टिस के लिए एनटीए ने देशभर में 26 सौ से ज्यादा टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर बनाए है। इनमें इंजीनियरिंग कालेज और स्कूलों के कम्प्यूटर लैब शामिल है।

एनटीए ने इसके अलावा यूजीसी नेट 2018 और सीमैट और जीपैट परीक्षाओं का भी कार्यक्रम भी जारी किया है। इनमें यूजीसी नेट की परीक्षा 9 से 23 दिंसबर 2018 के बीच होगी, जबकि सीमैट और जीपैट की परीक्षा 28 जनवरी 2019 को होगी।


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