नर्सों समेत गांधी अस्पताल के 700 कर्मचारी अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर, चिकित्सा सेवाएं हुई बाधित
संविदा कर्मचारियों की मांग है कि इनको नौकरी पर नियमित किया जाए और वेतन में भी बढ़ोतरी की जाए।
हैदराबाद, आइएएनएस। गांधी अस्पताल में संविदा पर काम कर रहे 700 कर्मचारी बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। इनमें नर्स, सफाई कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। इनकी मांग है कि इनको नौकरी में नियमित किया जाए और वेतन में भी बढ़ोतरी की है। हड़ताल के कारण कई सेवाएं भी बाधित हुई हैं और मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले कर्मचारियों ने अपनी मागों को लेकर अस्पताल प्रशासन के सामने बात रखी थी, इसके चार दिन उन लोगों ने हड़ताल का निर्णय लिया है।
सबसे पहले संविदा पर काम कर रहे नर्सिंग स्टाफ ने अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई थी। इस दौरान 200 से ज्यादा नर्सें वेतन बढ़ाने और नौकरी नियमित करने के लिए हड़ताल पर थीं। विरोध कर रही नर्सों का कहना है कि उनकी मांग जायज है क्योंकि वे COVID-19 महामारी के दौरान अपनी जान को जोखिम में ड़ालकर मरीजों की सेवा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में अपनी ड्यूटी खत्म करते समय संविदा पर काम कर रही 5 नर्सें कोरोनावायरस से संक्रमित हो गई थी।
वहीं इनका यह भी कहना है कि उनके बाद नियुक्त की गई नर्सों को उनसे ज्यादा वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 2007 में उनको, 17,000 रुपये प्रतिमाह वेतन पर नियुक्त किया गया था, और वो अभी भी उसी वेतन पर हैं। वहीं उनके बाद 2018 में नियुक्त की गई नर्सों को 25,000 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है। इस सिलसिले में रविवार को स्वास्थ्य मंत्री इटाला राजेंद्र प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से मिले थे, लेकिन उनके साथ वार्ता विफल रही।
इसके बाद, नर्सों के साथ अन्य कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल में शामिल हो गए। बता दें कि गांधी अस्पताल में पिछले तीन महीनों में विभिन्न वर्ग के कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए हैं। कुछ समय पहले कोरोना रोगियों के रिश्तेदारों द्वारा हमलों के लिए खिलाफ जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे।