भारत-तिब्बत सीमा पुलिस प्रमुख एसएस देसवाल को सौंपा गया एनएसजी का अतिरिक्त प्रभार
एनएसजी का प्रभार संभाल रहे एके सिंह 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वह 1985 बैच के गुजरात कैडर के पुलिस अधिकारी हैं। उन्हें विगत वर्ष अक्टूबर माह में इस पद पर नियुक्त किया गया था ।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के महानिदेशक एसएस देसवाल को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। एनएसजी का प्रभार संभाल रहे एके सिंह 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वह 1985 बैच के गुजरात कैडर के पुलिस अधिकारी हैं। उन्हें विगत वर्ष अक्टूबर माह में इस पद पर नियुक्त किया गया था।
विगत वर्ष एनएसजी प्रमुख सुदीप लखटकिया के सेवानिवृत्त होने के बाद भी देसवाल को एनएसजी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। वह इससे पहले सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक भी रह चुके हैं। गौरतलब है कि एनएसजी का गठन खासतौर से आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए किया गया है। एक तरह से यह देश का आकस्मिक बल है जो जरूरत पड़ने पर जल, थल और आकाश में दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेर देता है।
कुछ दिन पहले एलएसी में आइटीबीपी जवानों का बढ़ाया था हौसला
बता दें कि कुछ दिन पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के प्रमुख एसएस देसवाल स्थिति की समीक्षा करने के लिए छह दिनों से लद्दाख में थे। उन्होंने अपने जवानों की तैयारियों का जायजा लिया और वहां तैनात भारतीय सेना के साथ समन्वय बढ़ाने पर विचार किया था। इस समय लद्दाख में 5,000 से अधिक आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। पिछले कुछ दिनों में देसवाल ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सीमा पर लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों का दौरा किया था।
यात्रा के दौरान आइटीबीपी प्रमुख ने अपने उन जवानों के साथ बातचीत की, जिन्होंने एलएसी पर ऑपरेशन में भाग लिया और चीनी सेना के घुसपैठ के प्रयासों को विफल किया। उन्हें मौके पर आइटीबीपी का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया था। उन्होंने अपने जवानों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को भी कहा था। देसवाल के साथ इंस्पेक्टर जनरल दलजीत चौधरी और मनोज सिंह समेत प्रशासन और संचालन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी भी थे।