खेती के नए तौर-तरीके सीखेंगी झारखंड की आदिवासी महिलाएं, NSDC और PRIF गुमला में खोलेंगे बहु-कौशल केंद्र
झारखंड की आदिवासी महिलाएं कृषि के आधुनिक तौर-तरीके सीखकर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगी। महिलाओं को कृषि के नए तौर-तरीके सिखाने के लिए एनएसडीसी और पर्नोड रिकॉर्ड इंडिया फाउंडेशन साथ मिलकर झारखंड के गुमला जिले में बहु-कौशल केंद्र तैयार करेंगे। Photo- ANI
नई दिल्ली, एएनआई। झारखंड की आदिवासी महिलाएं कृषि के आधुनिक तौर-तरीके सीखकर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगी। महिलाओं को कृषि के नए तौर-तरीके सिखाने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और पर्नोड रिकॉर्ड इंडिया फाउंडेशन (पीआरआईएफ) साथ मिलकर झारखंड के गुमला जिले में बहु-कौशल केंद्र तैयार करेंगे। पीआरआईएफ तेजी से बढ़ रही बहुराष्ट्रीय शराब कंपनी की कॉर्पोरेट सोशल जिम्मेदारी शाखा है।
बुआई से कटाई तक आधुनिक कृषि के सभी गुर सिखाए जाएंगे
इस केंद्र में स्थानीय आदिवासी महिलाओं को बुआई के पहले से लेकर कटाई के बाद तक कृषि से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और रुझानों के बारे में समझाया जाएगा। इस पहल के माध्यम से महिलाओं को पशुपालन, मत्स्य पालन, बुनियादी पशु देखभाल, मशरूम की खेती, बाजरा-दालों की खेती, कृषि उपज भंडारण, कोल्ड स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन, फार्म मशीनीकरण, मधुमक्खी पालन, बागवानी और औषधीय पौधों की खेती आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
सशक्त महिलाओं से बनेगा समावेशी और समृद्द समाज
इस केंद्र को खोलने के लिए एनएसडीसी और पीआरआईएफ के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस अवसर पर एनएसडीसी के सीओओ वेद मणि तिवारी ने कहा कि महिलाएं अगर खेती-बाड़ी में निपुण होंगी तो वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो पाएंगी। उनका यह भी कहना है कि पर्नोड रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन की साझेदारी से महिलाओं को नवीनतम कौशल और ज्ञान मिलेगा और उनकी आजीविका में वृद्धि होगी।
उन्होंने महिलाओं को नए कौशल सिखाने और अधिक निपुण बनाने को आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ने वाला कदम बताया। पीआरआईएफ की कार्यकारी उपाध्यक्ष यशिका सिंह ने कहा कि उनकी संस्था महिलाओं को आजीविका के अधिक अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महिलाओं को सशक्त बनाकर ही समाज को अधिक समावेशी और समृद्ध बनाया जा सकता है।