बर्घमान ब्लास्ट: डोभाल पहुंचे जांच को, ममता का आतंक पर सहयोग का भरोसा
बर्द्धमान बम धमाके के बाद पश्चिम बंगाल में आतंक की गहरी होती जड़ों की पड़ताल करने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सोमवार को कोलकाता पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय के विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) प्रकाश मिश्रा, आइबी प्रमुख सैयद आसिफ इब्राहिम, एनएसजी प्रमुख जयंत चौधरी व एनआइए महानिदेशक शरद कुमार भी थे।
कोलकाता। बर्द्धमान बम धमाके के बाद पश्चिम बंगाल में आतंक की गहरी होती जड़ों की पड़ताल करने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सोमवार को कोलकाता पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय के विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) प्रकाश मिश्रा, आइबी प्रमुख सैयद आसिफ इब्राहिम, एनएसजी प्रमुख जयंत चौधरी व एनआइए महानिदेशक शरद कुमार भी थे। डोभाल समेत सभी उच्चाधिकारियों ने बर्द्धमान जिले के खागरागढ़ स्थित विस्फोट स्थल का दौरा किया और जांच एजेंसियों को जरूरी निर्देश दिए। पड़ताल के बाद मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में ममता बनर्जी ने आतंकवाद के खिलाफ केंद्र को पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।
ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी आतंकी वारदात की जांच करने देश के शीर्ष चार सुरक्षा अधिकारी पहुंचे हों। गत दो अक्टूबर को खागरागढ़ के जिस मकान में धमाका हुआ था, सुरक्षा अधिकारियों ने उसका आधे घंटे तक निरीक्षण किया। डोभाल सहित सभी अधिकारी मकान की छत पर भी गए और गहनता से जांच की। इसके बाद सचिवालय में मुख्यमंत्री के साथ सुरक्षा अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में डोभाल ने आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंता से ममता बनर्जी को अवगत कराया और मुख्यमंत्री ने भी पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। बैठक के बाद गृह मंत्रालय के विशेष सचिव प्रकाश मिश्रा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार आतंकवाद के खिलाफ साथ मिलकर कार्रंवाई करेगी। बर्द्धमान धमाका आतंक का बड़ा रूप है, लिहाजा इसकी जांच एनआइए, एनएसजी जैसी दक्ष एजेंसियों को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के वादे पर पूरा भरोसा है और प्रदेश में फैले आतंक के जाल को जल्द ही ध्वस्त कर देंगे। हालांकि डोभाल ने मामले की जांच में पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जताई और इस पर अधिक संजीदा होने की बात कही है।
इससे पहले सोमवार सुबह 9.30 बजे भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से अजित डोभाल नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे और बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से बर्द्धमान रवाना हो गए। खागरागढ़ में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत थी और कमांडो तैनात किए गए थे।