प्रभावी और पारदर्शी सरकार के लिए दिन-रात कर रहे हैं काम: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हम 'मिनिमम गवर्मेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' पर जोर दे रहे हैं। पिछले तीन सालों में हमने करीब 1200 कानूनों को निरस्त कर दिया।
मनीला, प्रेट्र : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान के मंच से भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक देश के तौर पर पेश करने की पुरजोर कोशिश की है। पीएम ने सोमवार को आसियान बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अभूतपूर्व तरीके से बदल रहा है। अर्थव्यवस्था के अधिकतर क्षेत्रों को विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) के लिए खोला जा चुका है। भारतीय अर्थव्यवस्था अब वैश्विक स्तर पर एकीकृत हो चुकी है।
मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी, जनधन योजना, आधार, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की छलांग और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) का उल्लेख कर बताया कि कैसे इन योजनाओं के जरिये आर्थिक गतिविधियां पहले के मुकाबले ज्यादा आसान हुई हैं।मोदी ने आर्थिक मंच से बताया कि एफडीआइ का 90 फीसद हिस्सा ऑटोमेटिक अप्रूवल रूट में शामिल हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत सरकार प्रशासन को और बेहतर (गुड गवर्नेस) बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। भारत ने इस साल विश्व बैंक के 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' सूचकांक में 30 स्थान की छलांग लगाया है। इस वर्ष यह किसी भी देश द्वारा सबसे लंबी छलांग है, जो दीर्घकालीन सुधार को लेकर भारत द्वारा उठाए गए कदम की पुष्टि करता है।
दुनिया अब इसका संज्ञान ले रही है। विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूची में पिछले दो वर्षो में भारत 32 स्थान ऊपर चढ़ा है।' नोटबंदी, मुद्रा और आधार की तारीफमोदी ने नोटबंदी से अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से के औपचारिक दायरे में शामिल होने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'तकनीक का इस्तेमाल कर जिम्मेदारी बढ़ाई जा रही है और भ्रष्टाचार को कम किया जा रहा है। वित्तीय लेनदेन और कर से जुड़े मामलों में विशिष्ट पहचान पत्र (आधार) प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ज्यादा मूल्य के नोट को वापस लेने से अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा औपचारिक दायरे में आ रहा है।
I have come to a nation and a region that is very important for India: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) November 13, 2017
आयकर देने वालों की तादाद दोगुनी हुई और डिजिटल लेनदेन में 34 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। जीएसटी से केंद्र और राज्य स्तरीय कर बड़ी संख्या में कम हो गए हैं। इसके अलावा मुद्रा योजना के तहत नौ करोड़ से ज्यादा लोगों को कर्ज दिए गए हैं।' मोदी ने आसियान-इंडिया कनेक्टिविटी समिट (दिसंबर) और आसियान-इंडिया कामेमोरेटिव समिट (जनवरी 2018) के भारत में आयोजित होने की भी जानकारी दी। भारत का बड़ा व्यापारिक साझीदार है आसियान क्षेत्रआसियान क्षेत्र भारत के बड़े व्यापारिक साझीदारों में से एक है। पिछले 17 वर्षो में क्षेत्र के देशों ने भारत में 70 अरब डॉलर (4.58 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया है। यह भारत में हुए कुल एफडीआइ का 17 फीसद है। इसे देखते हुए मोदी ने आसियान के सदस्य देशों को भारत से जोड़ने के लिए वायु, जल और सड़क मार्ग और विकसित करने की पुरजोर वकालत की।
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