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अब जंगलों से आई खुशखबरी, देश में इस साल वन क्षेत्र में हुई बढ़ोतरी

इस साल एक खुशखबरी ये भी रही कि जंगलों के इलाकों में बढ़ोतरी देखने को मिली। यहां पर हरियाली के हिस्से में काफी बड़े पैमाने पर पौधे लगाए गए जिससे ये इजाफा हुआ है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 03:54 PM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 03:54 PM (IST)
अब जंगलों से आई खुशखबरी, देश में इस साल वन क्षेत्र में हुई बढ़ोतरी
अब जंगलों से आई खुशखबरी, देश में इस साल वन क्षेत्र में हुई बढ़ोतरी

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। जंगलों से खुशखबरी आई है। देश में वन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। दो साल में पांच हजार वर्ग किलोमीटर से अधिक वन क्षेत्र फैल गया है। इसमें वन क्षेत्र और वन से इतर पेड़ों को भी हरित क्षेत्र में शुमार किया गया है। केंद्रीय जलवायु, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को देश में वन क्षेत्र की स्टेटस रिपोर्ट 2019 जारी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी श्रेणियों में देश का वन क्षेत्र बढ़ा है।

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बढ़ रहा है वनों दायरा 

जावडेकर ने कहा कि देश के कुल वन क्षेत्र का दायरा 21.67 फीसद हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से 2019 की पांच साल की अवधि में देश के वन क्षेत्र में 13 हजार वर्ग किलोमीटर का इजाफा हुआ है। इस दौरान सघन वन क्षेत्र और विरल वन क्षेत्र समेत सामान्य वन क्षेत्र की श्रेणियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है जो अकेले भारत में संभव हो सका है। 

पेरिस समझौते के लक्ष्यों की ओर जलवायु, वन एवं पर्यावरण मंत्री जावडेकर ने कहा कि देश के उत्सर्जित कार्बन में 2017 के पिछले आकलन के मुकाबले 4.26 करोड़ टन की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा, इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भारत पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

कर्नाटक, आंध्र में बढ़े वन 

देश में कुल वन व पेड़ आच्छादित क्षेत्र 8.07 करोड़ हेक्टेयर है जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.56 फीसद है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल क्रमश: सबसे अधिक तेजी से बढ़ रहे वन क्षेत्र वाले राज्य हैं। जबकि मध्य प्रदेश, अरुणाचल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र क्षेत्रफल के हिसाब से बड़े वन क्षेत्र वाले राज्य हैं।

पूर्वोत्तर में घटे वन 

देश के अमूमन सभी राज्यों में वन क्षेत्र बढ़ रहा है, लेकिन इसके विपरीत पूर्वोत्तर राज्यों में वन आच्छादित क्षेत्र में कमी आई है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा, मौजूदा आकलन दिखाता है कि पूर्वोत्तर भारत में वन आच्छादित क्षेत्र में 765 वर्ग किलोमीटर (0.45 प्रतिशत) तक की कमी आई। असम और त्रिपुरा के अलावा पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में वन आच्छादित क्षेत्र में कमी देखी गई। 

आग लगने की घटनाओं में कमी 

मालूम हो कि आइएसएफआर रिपोर्ट हर दो साल में एक बार जारी की जाती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के जंगलों में आग लगने की वारदातों में 20 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है। 

अन्य जानकारियां 

- 5,000 वर्ग किमी, दो साल में इतना अधिक बढ़ा वन क्षेत्र

- 4.26 करोड़ टन उत्सर्जित कार्बन में 2017 के मुकाबले वृद्धि 8.07 करोड़ हेक्टेयर देश में कुल वन एवं पेड़ आच्छादित क्षेत्र 

- 765 वर्ग किमी पूर्वोत्तर में वन आच्छादित क्षेत्र में कमी आई

- 20% जंगलों में आग लगने की वारदातों में कमी

- कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल में सबसे तेजी से बढ़ रहे वन क्षेत्र

- असम-त्रिपुरा के अलावा सभी पूर्वोत्तर राज्यों में वन क्षेत्र कम हुआ

- अरुणाचल, छत्तीसगढ़ मप्र और महाराष्ट्र बड़े वन क्षेत्र वाले राज्य

- 13,000 वर्ग किमी पांच साल में देश के वन क्षेत्र में हुआ इजाफा

- 21.67% देश के कुल वन क्षेत्र का दायरा


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